रोबाटिक सर्जरी के बारे मे सारी जानकारी प्राप्त करें |
रोबाटिक सर्जरी के बारे मे सारी जानकारी प्राप्त करें |
रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) मेडिकल सांइस के विकास का जीता- जागता उदाहरण है। आमतौर पर, लोगों के मन में इस सर्जरी को बहुत सारी शंकाएं रहती हैं, क्योंकि वे ऐसा मानते हैं कि उन्हें सर्जरी को कराने में बहुत सारी परेशानियां होगी। इसी कारण वे सर्जरी को कराने से बचते हैं और इसके परिणामस्वरूप उनकी सेहत काफी खराब हो जाती है।
यदि उन्हें रोबोटिक सर्जरी के बारे में पता होता तो शायद उन्हें भी कई सारी समस्याओं से निजात मिल जाती। तो आइए इस लेख के माध्यम से रोबोटिक सर्जरी की संपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं, ताकि लोगों को इस सर्जरी के प्रति जागरूकता बढ़ सकें और वे इस सर्जरी का लाभ उठा सकें। क्या आप भी इस सर्जरी के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं, तो आपको इस लेख को जरूर पढ़ना चाहिए।
रोबोटिक सर्जरी (Robot Assisted Surgery) से तात्पर्य ऐसी सर्जरी से है, जिसे रोबोट आर्म या मैन्यवल तरीके से किया जाता है। इसकी प्रक्रिया काफी हद तक लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की तरह ही होती है, लेकिन इसमें केवल यह अंतर होता है कि इस सर्जरी में कंप्यूटर की सहायता ली जाती है।रोबोटिक सर्जरी मुख्य रूप से 5 प्रकार की होती है, जो इस प्रकार हैं-रोबोटिक गायनेकोलॉजिस्ट सर्जरी- कुछ महिलाओं के लिए, रोबोटिक गायनेकोलॉजिस्क सर्जरी (Robotic Gynecologic Surgery), ओपन सर्जरी या मानक लेप्रोस्कोपिक प्रक्रियाओं का एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।ओपन गायनेकोलॉजिस्ट सर्जरी (Open Gynaecologic Surgery), जिसमें पेट में एक बड़ा चीरा लगाया जाता है, ताकि सर्जन गर्भाशय या उसके आस-पास के अंगों का इलाज कर सकें।रोबोटिक प्रोस्टेट सर्जरी- कई सारे अध्ययनों से इस बात का पता चला है कि प्रोस्टेट कैंसर के लिए सबसे प्रभावी उपचारों में से एक रेडिकल प्रोस्टेटैक्टोमी (Redical Prostatectomy) है।रेडिकल प्रोस्टेटैक्टोमी से तात्पर्य ऐसी प्रक्रिया से है ,जिसमें प्रोस्टेट और उसके आस-पास के कैंसर के टिशू को हटाया जाता है।
रोबोटिक किडनी सर्जरी- किडनी मुख्य रूप से कई सारी स्थितियों जैसे डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, कैंसर, पथरी इत्यादि में खराब हो सकती हैं।ऐसी स्थिति में डॉक्टर किडनी डायलेसिस या किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी कराने की सलाह देते हैं, इन सर्जरी को भी रोबोटिक किडनी सर्जरी (Robotic Kidney Surgery) के नाम से जाना जाता है।रोबोटिक कोलोरेक्टल सर्जरी- रोबोटिक कोलेटॉमी सर्जरी के दौरान, सर्जन बृहदान्त्र (colon) और मलाशय (rectum) के कैंसर के हिस्सों को हटाते हैं।
रोबोट की सहायता से सर्जन कैंसर को निकालने के बाद दो सिरों को फिर से जोड़ पाते हैं।रोबोटिक स्पाइन सर्जरी- जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि रोबोटिक स्पाइन सर्जरी से तात्पर्य ऐसी सर्जरी से है, जिसे पीठ के दर्द को कम करने के लिया जाता है।डॉक्टर इस सर्जरी को उस व्यक्ति पर करते हैं, जिसे तमाम कोशिशों के बाद भी पीठ दर्द से छुटकारा नहीं मिलता है।रोबोटिक सर्जरी को कराने की सलाह डॉक्टर कुछ विशेष स्थिति में ही देते हैं, जो इस प्रकार हैं-प्रोस्टेट कैंसर का इलाज करना- यदि किसी व्यक्ति को प्रोस्टेट कैंसर की समस्या होती है, तो उस स्थिति में रोबोटिक सर्जरी को किया जाता है।इस सर्जरी के द्वारा प्रोस्टेट में मौजूद कैंसर के टिशू को निकाला जाता है।
किडनी कैंसर का पता लगाना- कई बार डॉक्टर रोबोटिक सर्जरी को किडनी कैंसर का पता लगाने के लिए भी करते हैं।रोबोटिक सर्जरी के द्वारा इस बात का पता लगाया जाता है, कि मानव शरीर में किडनी कैंसर किस हद तक बढ़ गया है।रसौली का पता लगाना- यदि किसी महिला को पेट में असहनीय दर्द होता है, तो उसके लिए भी इस सर्जरी को कराने की सलाह देते हैं क्योंकि ऐसा रसौली के कारण भी हो सकता है।मासिक धर्म का अनियमित रूप से होने का इलाज करना- यदि किसी महिला को मासिक धर्म नियमित रूप से नहीं होते हैं, तो कई बार डॉक्टर उसे रोबोटिक सर्जरी को कराने की सलाह देते हैं।इस सर्जरी के द्वारा डॉक्टर इस समस्या के कारण का पता लगाने की कोशिश करते हैं।एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) का इलाज करना- कई बार रोबोटिक सर्जरी को एंडोमेट्रियोसिस का इलाज करने के लिए भी किया जाता है, क्योंकि इस समस्या के लिए यह सर्जरी सर्वोत्त्म इलाज होती है।जब किसी महिला के गर्भाशय के भीतर के टिशू बाहर की ओर उभर आते हैं तो उस स्थिति को एंडोमेट्रियोसिस कहा जाता है।
रोबोटिक सर्जरी को रोबोट की सहायता से किया जाता है, जिसे द विंची सर्जिकल सिस्टम (da Vinci Surgical System) नाम से जाना जाता है। इस प्रक्रिया के कुछ महत्वपूर्ण स्टेप शामिल होते हैं, जो इस प्रकार हैं-
स्टेप 1: सर्जन का विशेष कंसोल में बैठना- इस पूरी प्रक्रिया के दौरान सर्जरी विशेष कंसोल में बैठे रहते हैं, जहां पर वे इस पूरी प्रक्रिया पर अपनी नज़र बना कर रखते हैं।
स्टेप 2: 3 डी कैमरे का उपयोग करना- व्यक्ति के भीतर छोटे से 3 डी कैमरे और डाइम के आकार का सर्जिकल उपकरण को छोटे चीरों के माध्यम से रखा जाता है।यह कैमरा सर्जन को ऑपरेटिव क्षेत्र का एक शानदार 360 डिग्री दृश्य देता है, जिससे वे इस सर्जरी को आसानी से कर पाते हैं।
स्टेप 3: रोबोटिक आर्मस को चलाना- 3 डी कैमरे के द्वारा दिखाए गए दृश्य के अनुसार सर्जन रोबोटिक आर्मस को चलाते हैं।दूसरी ओर अन्य सर्जन शल्य चिकित्सा उपकरणों के सही स्थान की पुष्टि करने के लिए ऑपरेटिंग टेबल पर होता है।
स्टेप 4: बीमारी का इलाज करना- 3 डी कैमरा और सर्जिकल उपकरणों की सहायता से सर्जन बीमारी का इलाज करते हैं।इसके साथ ही रोबोटिक सर्जरी समाप्त हो जाती है।
स्टेप 5: व्यक्ति को डिस्चार्ज करना- इस सर्जरी के दौरान व्यक्ति को कुछ समय के लिए अस्पताल पर रखते हैं और उसके बाद वह उसे डिस्चार्ज कर देते हैं।चिकित्सा क्षेत्र में आ रहे तकनीकी बदलावों के बीच रोबोटिक सर्जरी अब अपने देश में भी होने लगी है. रोबोटिक सर्जरी में विशेषज्ञता प्राप्त सर्जन मुश्किल सर्जरी के लिए रोबोट का इस्तेमाल कर रहे हैं. रोबोट की मदद से सर्जन बेहद सटीकता व निपुणता के साथ सर्जरी को सफलतापूर्वक कर पा रहे हैं | उन्होंने कहा, मरीज भी रोबाटिक सर्जरी के बाद जल्दी ठीक होता है क्योंकि इसमें छोटा चीरा लगाया जाता है, जिसके कारण खून बहने की संभावना कम होती है. मरीज को खून चढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ती. मरीज को रोबाटिक सर्जरी के बाद अस्पताल में कम समय के लिए रुकना पड़ता है, जिससे इलाज का खर्च भी कम हो जाता है. कॉस्मेसिस इसका एक और फायदा है जिसके चलते आज बड़ी संख्या में मरीज रोबोटिक सर्जरी का विकल्प चुन रहे हैं.
रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) मेडिकल सांइस के विकास का जीता- जागता उदाहरण है। आमतौर पर, लोगों के मन में इस सर्जरी को बहुत सारी शंकाएं रहती हैं, क्योंकि वे ऐसा मानते हैं कि उन्हें सर्जरी को कराने में बहुत सारी परेशानियां होगी। इसी कारण वे सर्जरी को कराने से बचते हैं और इसके परिणामस्वरूप उनकी सेहत काफी खराब हो जाती है।
यदि उन्हें रोबोटिक सर्जरी के बारे में पता होता तो शायद उन्हें भी कई सारी समस्याओं से निजात मिल जाती। तो आइए इस लेख के माध्यम से रोबोटिक सर्जरी की संपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं, ताकि लोगों को इस सर्जरी के प्रति जागरूकता बढ़ सकें और वे इस सर्जरी का लाभ उठा सकें। क्या आप भी इस सर्जरी के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं, तो आपको इस लेख को जरूर पढ़ना चाहिए।
रोबोटिक सर्जरी (Robot Assisted Surgery) से तात्पर्य ऐसी सर्जरी से है, जिसे रोबोट आर्म या मैन्यवल तरीके से किया जाता है। इसकी प्रक्रिया काफी हद तक लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की तरह ही होती है, लेकिन इसमें केवल यह अंतर होता है कि इस सर्जरी में कंप्यूटर की सहायता ली जाती है।रोबोटिक सर्जरी मुख्य रूप से 5 प्रकार की होती है, जो इस प्रकार हैं-रोबोटिक गायनेकोलॉजिस्ट सर्जरी- कुछ महिलाओं के लिए, रोबोटिक गायनेकोलॉजिस्क सर्जरी (Robotic Gynecologic Surgery), ओपन सर्जरी या मानक लेप्रोस्कोपिक प्रक्रियाओं का एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।ओपन गायनेकोलॉजिस्ट सर्जरी (Open Gynaecologic Surgery), जिसमें पेट में एक बड़ा चीरा लगाया जाता है, ताकि सर्जन गर्भाशय या उसके आस-पास के अंगों का इलाज कर सकें।रोबोटिक प्रोस्टेट सर्जरी- कई सारे अध्ययनों से इस बात का पता चला है कि प्रोस्टेट कैंसर के लिए सबसे प्रभावी उपचारों में से एक रेडिकल प्रोस्टेटैक्टोमी (Redical Prostatectomy) है।रेडिकल प्रोस्टेटैक्टोमी से तात्पर्य ऐसी प्रक्रिया से है ,जिसमें प्रोस्टेट और उसके आस-पास के कैंसर के टिशू को हटाया जाता है।
रोबोटिक किडनी सर्जरी- किडनी मुख्य रूप से कई सारी स्थितियों जैसे डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, कैंसर, पथरी इत्यादि में खराब हो सकती हैं।ऐसी स्थिति में डॉक्टर किडनी डायलेसिस या किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी कराने की सलाह देते हैं, इन सर्जरी को भी रोबोटिक किडनी सर्जरी (Robotic Kidney Surgery) के नाम से जाना जाता है।रोबोटिक कोलोरेक्टल सर्जरी- रोबोटिक कोलेटॉमी सर्जरी के दौरान, सर्जन बृहदान्त्र (colon) और मलाशय (rectum) के कैंसर के हिस्सों को हटाते हैं।
रोबोट की सहायता से सर्जन कैंसर को निकालने के बाद दो सिरों को फिर से जोड़ पाते हैं।रोबोटिक स्पाइन सर्जरी- जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि रोबोटिक स्पाइन सर्जरी से तात्पर्य ऐसी सर्जरी से है, जिसे पीठ के दर्द को कम करने के लिया जाता है।डॉक्टर इस सर्जरी को उस व्यक्ति पर करते हैं, जिसे तमाम कोशिशों के बाद भी पीठ दर्द से छुटकारा नहीं मिलता है।रोबोटिक सर्जरी को कराने की सलाह डॉक्टर कुछ विशेष स्थिति में ही देते हैं, जो इस प्रकार हैं-प्रोस्टेट कैंसर का इलाज करना- यदि किसी व्यक्ति को प्रोस्टेट कैंसर की समस्या होती है, तो उस स्थिति में रोबोटिक सर्जरी को किया जाता है।इस सर्जरी के द्वारा प्रोस्टेट में मौजूद कैंसर के टिशू को निकाला जाता है।
किडनी कैंसर का पता लगाना- कई बार डॉक्टर रोबोटिक सर्जरी को किडनी कैंसर का पता लगाने के लिए भी करते हैं।रोबोटिक सर्जरी के द्वारा इस बात का पता लगाया जाता है, कि मानव शरीर में किडनी कैंसर किस हद तक बढ़ गया है।रसौली का पता लगाना- यदि किसी महिला को पेट में असहनीय दर्द होता है, तो उसके लिए भी इस सर्जरी को कराने की सलाह देते हैं क्योंकि ऐसा रसौली के कारण भी हो सकता है।मासिक धर्म का अनियमित रूप से होने का इलाज करना- यदि किसी महिला को मासिक धर्म नियमित रूप से नहीं होते हैं, तो कई बार डॉक्टर उसे रोबोटिक सर्जरी को कराने की सलाह देते हैं।इस सर्जरी के द्वारा डॉक्टर इस समस्या के कारण का पता लगाने की कोशिश करते हैं।एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) का इलाज करना- कई बार रोबोटिक सर्जरी को एंडोमेट्रियोसिस का इलाज करने के लिए भी किया जाता है, क्योंकि इस समस्या के लिए यह सर्जरी सर्वोत्त्म इलाज होती है।जब किसी महिला के गर्भाशय के भीतर के टिशू बाहर की ओर उभर आते हैं तो उस स्थिति को एंडोमेट्रियोसिस कहा जाता है।
रोबोटिक सर्जरी को रोबोट की सहायता से किया जाता है, जिसे द विंची सर्जिकल सिस्टम (da Vinci Surgical System) नाम से जाना जाता है। इस प्रक्रिया के कुछ महत्वपूर्ण स्टेप शामिल होते हैं, जो इस प्रकार हैं-
स्टेप 1: सर्जन का विशेष कंसोल में बैठना- इस पूरी प्रक्रिया के दौरान सर्जरी विशेष कंसोल में बैठे रहते हैं, जहां पर वे इस पूरी प्रक्रिया पर अपनी नज़र बना कर रखते हैं।
स्टेप 2: 3 डी कैमरे का उपयोग करना- व्यक्ति के भीतर छोटे से 3 डी कैमरे और डाइम के आकार का सर्जिकल उपकरण को छोटे चीरों के माध्यम से रखा जाता है।यह कैमरा सर्जन को ऑपरेटिव क्षेत्र का एक शानदार 360 डिग्री दृश्य देता है, जिससे वे इस सर्जरी को आसानी से कर पाते हैं।
स्टेप 3: रोबोटिक आर्मस को चलाना- 3 डी कैमरे के द्वारा दिखाए गए दृश्य के अनुसार सर्जन रोबोटिक आर्मस को चलाते हैं।दूसरी ओर अन्य सर्जन शल्य चिकित्सा उपकरणों के सही स्थान की पुष्टि करने के लिए ऑपरेटिंग टेबल पर होता है।
स्टेप 4: बीमारी का इलाज करना- 3 डी कैमरा और सर्जिकल उपकरणों की सहायता से सर्जन बीमारी का इलाज करते हैं।इसके साथ ही रोबोटिक सर्जरी समाप्त हो जाती है।
स्टेप 5: व्यक्ति को डिस्चार्ज करना- इस सर्जरी के दौरान व्यक्ति को कुछ समय के लिए अस्पताल पर रखते हैं और उसके बाद वह उसे डिस्चार्ज कर देते हैं।चिकित्सा क्षेत्र में आ रहे तकनीकी बदलावों के बीच रोबोटिक सर्जरी अब अपने देश में भी होने लगी है. रोबोटिक सर्जरी में विशेषज्ञता प्राप्त सर्जन मुश्किल सर्जरी के लिए रोबोट का इस्तेमाल कर रहे हैं. रोबोट की मदद से सर्जन बेहद सटीकता व निपुणता के साथ सर्जरी को सफलतापूर्वक कर पा रहे हैं | उन्होंने कहा, मरीज भी रोबाटिक सर्जरी के बाद जल्दी ठीक होता है क्योंकि इसमें छोटा चीरा लगाया जाता है, जिसके कारण खून बहने की संभावना कम होती है. मरीज को खून चढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ती. मरीज को रोबाटिक सर्जरी के बाद अस्पताल में कम समय के लिए रुकना पड़ता है, जिससे इलाज का खर्च भी कम हो जाता है. कॉस्मेसिस इसका एक और फायदा है जिसके चलते आज बड़ी संख्या में मरीज रोबोटिक सर्जरी का विकल्प चुन रहे हैं.
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