अपेंडिक्स का ऑपरेशन क्यों किया जाता है? अपेंडिक्स का ऑपरेशन कैसे होता है?
अपेंडिक्स का ऑपरेशन क्यों किया जाता है? अपेंडिक्स का ऑपरेशन कैसे होता है?
एपेंडेक्टोमी, जिसे सामान्यतौर पर अपेंडिक्स सर्जरी के रूप में भी जाना जाता है। इसमें सूजन या सूजे हुए अपेंडिक्स को हटाने के लिए यह सर्जिकल प्रक्रिया की जाती है। हालांकि अपेंडिक्स के सूजन को एपेंडिसाइटिस कहा जाता है। अपेंडिक्स एक ऐसा अंग है जो बड़ी आंत की शुरुआत में मौजूद एक छोटा कृमि जैसा बाहर का थैली है। हालांकि इसे शुरू में एक अवशेष अंग माना जाता था, जिसका अर्थ था कि इसका मनुष्यों में कोई कार्य नहीं था, लेकिन बाद में शरीर की प्रतिरक्षात्मक प्रतिक्रियाओं में इसकी कुछ भूमिका पाई गई। लेकिन जब यह सूजन और संक्रमित हो जाता है तो इसे बचाने के बजाय इसे हटाना बेहतर होता है। एपेंडेक्टोमी आमतौर पर एपेंडिसाइटिस की स्थिति में आवश्यक एक आपातकालीन सर्जरी है, अन्यथा, अपेंडिक्स फट सकता है और संक्रमण का कारण बन सकता है। यदि किसी व्यक्ति में एपेंडिसाइटिस के कोई लक्षण दिखाई देते हैं, तो उन्हें बिना किसी देरी के अस्पताल जाना चाहिए। यदि अपेंडिक्स का सही समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो अपेंडिक्स फट सकता है और आगे की जटिलताएं पैदा कर सकता है। यह आपातकाल की स्थिति है।
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) क्यों की जाती है? (Why is an Appendectomy (Appendix Surgery) done in Hindi)
अपेंडिक्स के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of Appendix in Hindi)
अपेंडिक्स का निदान कैसे किया जाता है? (How is Appendix diagnosed in Hindi)
एपेंडेक्टॉमी (अपेंडिक्स सर्जरी) की तैयारी कैसे करें? (How to prepare for an Appendectomy (Appendix Surgery) in Hindi)
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) कैसे की जाती है? (How is an Appendectomy (Appendix Surgery) done in Hindi)
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) के बाद देखभाल कैसे करें? (How to take care after an Appendectomy (Appendix Surgery) in Hindi)
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) की जटिलताएं क्या हैं? (What are the Complications of an Appendectomy (Appendix Surgery)?
भारत में एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) की कीमत क्या है? (What is the Cost of an Appendectomy (Appendix Surgery) in India in Hindi)
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) क्यों की जाती है? (Why is an Appendectomy (Appendix Surgery) done in Hindi)
एपेंडेक्टोमी करने का सबसे आम संकेत एपेंडिसाइटिस है। अपेंडिसाइटिस (अपेंडिक्स की सूजन) होने का 2 मुख्य कारण हैं।
रुकावटे – अपेंडिक्स के खुलने यानि गुहा में रुकावट होती है जो बाद में सूजन की ओर ले जाती है। निम्नलिखित कारणों से रुकावट हो सकती है।
फेकोलिथ – यह सबसे सामान्य कारण है। इसमें कठोर मल आंत में रहता है और अपेंडिक्स को रोकता है।
कैल्कुली या विदेशी पिंड – अपेंडिक्स में पथरी बन सकती है या कोई वस्तु व कोई अपचित खाद्य पदार्थ जमा हो सकता है।
ट्यूमर – इसमें अपेंडिक्स या उसके आस-पास की संरचनाओं के ट्यूमर की मौजूदगी रुकावट का कारण बन सकती है।
कृमि (कीड़ा) – कृमि संक्रमण के कारण कीड़े अपेंडिक्स में जा सकते हैं और उसमें बाधा डाल सकते हैं।
आसंजन – पहले से मौजूद क्रोहन रोग जैसी बीमारियों के कारण कोई भी आसंजन या सख्ती हो सकती है। (और पढ़े – क्रोहन रोग क्या हैं)
नॉन ऑब्सट्रक्टिव – अपेंडिक्स में सीधी सूजन होती है, तो तब यह देखा जाता है बैक्टीरिया के कारण अपेंडिक्स में संक्रमण हो जाता है।
अपेंडिक्स के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of Appendix in Hindi)
एपेंडिसाइटिस से पीड़ित किसी भी व्यक्ति को इन लक्षणों का अनुभव हो सकता है यह कुछ इस प्रकार हैं।
नाभि के आस-पास कोलिकी या ऐंठन वाला दर्द होता है जो बाद में पेट के निचले दाहिने हिस्से में शिफ्ट हो सकता है।
उल्टी होना।
कब्ज, किंतु शायद ही कभी दस्त हो।
हल्के ग्रेड का बुखार (98.7-100.4 डिग्री फ़ारेनहाइट)
पेट की कोमलता।
हृदय की उच्च गति।
अपेंडिक्स का निदान कैसे किया जाता है? (How is Appendix diagnosed in Hindi)
एपेंडिसाइटिस का परीक्षण सटीक पुष्टि के लिए निम्न द्वारा की जाती हैं।
चिकित्सक द्वारा नैदानिक जांच करना।
अल्ट्रासोनोग्राफी करना।
रक्त परीक्षण करना।
यदि आवश्यक हो, तो सीटी स्कैन या एमआरआई कर सकते हैं।
(और पढ़े – एंटरोस्कोपी क्या है)
एपेंडेक्टॉमी (अपेंडिक्स सर्जरी) की तैयारी कैसे करें? (How to prepare for an Appendectomy (Appendix Surgery) in Hindi)
एपेंडिसाइटिस के निदान के बाद मरीज को तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाता है और सर्जरी के लिए पोस्ट किया जाता है। कुछ मूल निर्देशों में शामिल हैं।
जैसे – सर्जिकल प्रक्रिया से 8 घंटे पहले कुछ खाना या पीना नहीं है।
यदि मरीज किसी तरह की दवाओं पर है तो चिकिस्तक उन दवाओं को बंद करने की सलाह देते हैं।
चिकिस्तक मरीज को एंटीबायोटिक्स व अंतःस्राव तरल पदार्थ से शुरू कर सकते हैं।
अपने चिकिस्तक को एलर्जी, गर्भावस्था या संदिग्ध गर्भावस्था और रक्तस्राव विकारों से जुड़े पिछले किसी भी इतिहास के बारे में पूरी जानकारी देना चाहिए।
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) कैसे की जाती है? (How is an Appendectomy (Appendix Surgery) done in Hindi)
अपेंडिक्स को हटाने के लिए दो प्रक्रियाएं शामिल हैं।
ओपन एपेंडेक्टोमी – मरीज को सामान्य एनेस्थीसिया के तहत रखा जाता है। यह एक तरह की सामान्य सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें पेट के निचले हिस्से में एक छोटा चीरा लगाया जाता है। इस चीरे के माध्यम से सर्जन पेट को खोल सकते है और अपेंडिक्स को बांध कर निकाल सकते है। आमतौर पर यह लैप्रोस्कोपिक सर्जरी शुरू होने से पहले किया जाता था। अब यह सर्जरी उन मामलों के लिए आरक्षित है जिनमें अपेंडिक्स फट गया हो या बीमारी की जटिलता के रूप में पेट का एक सामान्यीकृत संक्रमण हुआ हो।
लैप्रोस्कोपिक एपेंडेक्टोमी – लैप्रोस्कोपिक एपेंडेक्टोमी एक न्यूनतम इनवेसिव सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें लगभग 2 से 3 छोटे चीरे शामिल होते हैं। मरीज को सामान्य या निचले स्पाइनल एनेस्थीसिया के तहत रखा जाता है। पेट के अंदर देखने के लिए और स्पष्ट दृश्य बनाने के लिए पेट को कार्बन डाइऑक्साइड गैस से भरने के लिए लैप्रोस्कोप के साथ एक कैमरा लगाया जाता है। एक बार अपेंडिक्स स्थित हो जाने के बाद इसे बांध दिया जाता है और एक्साइज किया जाता है।
हालांकि इन दोनों प्रक्रियाओं में लगभग एक घंटे तक का समय लगता है और मरीज को आमतौर पर 48 घंटों के अंदर छुट्टी दे दी जाती है। चुकी अपेंडिक्स के फटने जैसी कोई जटिलता हो सकती है, तो मरीज को उसकी स्थिति स्थिर होने तक कुछ और दिनों के लिए हॉस्पिटल में रहने की आवश्यकता हो सकती है।
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) के बाद देखभाल कैसे करें? (How to take care after an Appendectomy (Appendix Surgery) in Hindi)
सर्जरी के बाद मरीज को ऑब्जर्वेशन के लिए दूसरे रूम में शिफ्ट कर दिया जाता है। आमतौर पर मरीज को अगले ही दिन छुट्टी दे दी जाती है यदि लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की गई हो और 3 दिनों के बाद ओपन एपेंडेक्टोमी की गई हो। पूरी तरह रिकवरी होने में लगभग 4 से 6 सप्ताह लग सकते हैं।
हॉस्पिटल मे –
मरीज को तब तक छुट्टी नहीं दी जाती है जब तक मल त्याग फिर से शुरू नहीं हो जाता है।
जब तक मल त्याग फिर से शुरू नहीं हो जाता तब तक मरीज के मुंह से खाने या पदार्थ नहीं ले पाता है यानि शून्य है (खाने या तरल पदार्थ नहीं)
व्यक्ति को अंतःशिरा तरल पदार्थ दिया जाता है।
मरीज चिकिस्तक की सलाह से दवाएं दोबारा शुरू कर सकता हैं।
अपेंडिक्स का ऑपरेशन कैसे होता है | अपेंडिसाइटिस का निदान होने पर आपको इस सर्जरी की आवश्यकता होती है। इस स्थिति में आपका अपेंडिक्स पीड़ादायक, सूजा हुआ और संक्रमित हो जाता है। आगरा आपको अपेंडिसाइटिस है तो, अपेंडिक्स के फटने का गंभीर जोखिम रहता है और ये लक्षण दिखने के 48 से 72 घंटों में हो सकता है। इस स्थिति में आपके पेट में पेरिटोनाइटिस नामक एक गंभीर जानलेवा संक्रमण हो सकता है। अपेंडिक्स का ऑपरेशन (अपेन्डेक्टमी/ एपेन्डेक्टमी; Appendectomy) एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसके ज़रिये संक्रमित अपेंडिक्स (Appendix) को हटाया जाता है। इस स्थिति को अपेंडिसाइटिस (Appendicitis) कहा जाता है। अपेन्डेक्टमी, जिसे अपेंडिसेक्टोमी (Appendisectomy or Appendicectomy) भी कहा जाता है, एक आम आपातकालीन सर्जरी है। अपेंडिक्स बड़ी आंत से जुड़ा एक छोटा पाउच है। यह पेट की निचिले हिस्से में दाँई ओर होता है। अगर आपको अपेंडिसाइटिस है तो आपके अपेंडिक्स को तुरंत निकालने के ज़रूरत होती है। अगर इसका उपचार न किया जाये तो अपेंडिक्स फट सकता है। यह एक मेडिकल एमर्जेन्सी (Emergency; आपातकालीन स्थिति) है। https://www.laparoscopyhospital.com/
एपेंडेक्टोमी, जिसे सामान्यतौर पर अपेंडिक्स सर्जरी के रूप में भी जाना जाता है। इसमें सूजन या सूजे हुए अपेंडिक्स को हटाने के लिए यह सर्जिकल प्रक्रिया की जाती है। हालांकि अपेंडिक्स के सूजन को एपेंडिसाइटिस कहा जाता है। अपेंडिक्स एक ऐसा अंग है जो बड़ी आंत की शुरुआत में मौजूद एक छोटा कृमि जैसा बाहर का थैली है। हालांकि इसे शुरू में एक अवशेष अंग माना जाता था, जिसका अर्थ था कि इसका मनुष्यों में कोई कार्य नहीं था, लेकिन बाद में शरीर की प्रतिरक्षात्मक प्रतिक्रियाओं में इसकी कुछ भूमिका पाई गई। लेकिन जब यह सूजन और संक्रमित हो जाता है तो इसे बचाने के बजाय इसे हटाना बेहतर होता है। एपेंडेक्टोमी आमतौर पर एपेंडिसाइटिस की स्थिति में आवश्यक एक आपातकालीन सर्जरी है, अन्यथा, अपेंडिक्स फट सकता है और संक्रमण का कारण बन सकता है। यदि किसी व्यक्ति में एपेंडिसाइटिस के कोई लक्षण दिखाई देते हैं, तो उन्हें बिना किसी देरी के अस्पताल जाना चाहिए। यदि अपेंडिक्स का सही समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो अपेंडिक्स फट सकता है और आगे की जटिलताएं पैदा कर सकता है। यह आपातकाल की स्थिति है।
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) क्यों की जाती है? (Why is an Appendectomy (Appendix Surgery) done in Hindi)
अपेंडिक्स के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of Appendix in Hindi)
अपेंडिक्स का निदान कैसे किया जाता है? (How is Appendix diagnosed in Hindi)
एपेंडेक्टॉमी (अपेंडिक्स सर्जरी) की तैयारी कैसे करें? (How to prepare for an Appendectomy (Appendix Surgery) in Hindi)
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) कैसे की जाती है? (How is an Appendectomy (Appendix Surgery) done in Hindi)
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) के बाद देखभाल कैसे करें? (How to take care after an Appendectomy (Appendix Surgery) in Hindi)
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) की जटिलताएं क्या हैं? (What are the Complications of an Appendectomy (Appendix Surgery)?
भारत में एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) की कीमत क्या है? (What is the Cost of an Appendectomy (Appendix Surgery) in India in Hindi)
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) क्यों की जाती है? (Why is an Appendectomy (Appendix Surgery) done in Hindi)
एपेंडेक्टोमी करने का सबसे आम संकेत एपेंडिसाइटिस है। अपेंडिसाइटिस (अपेंडिक्स की सूजन) होने का 2 मुख्य कारण हैं।
रुकावटे – अपेंडिक्स के खुलने यानि गुहा में रुकावट होती है जो बाद में सूजन की ओर ले जाती है। निम्नलिखित कारणों से रुकावट हो सकती है।
फेकोलिथ – यह सबसे सामान्य कारण है। इसमें कठोर मल आंत में रहता है और अपेंडिक्स को रोकता है।
कैल्कुली या विदेशी पिंड – अपेंडिक्स में पथरी बन सकती है या कोई वस्तु व कोई अपचित खाद्य पदार्थ जमा हो सकता है।
ट्यूमर – इसमें अपेंडिक्स या उसके आस-पास की संरचनाओं के ट्यूमर की मौजूदगी रुकावट का कारण बन सकती है।
कृमि (कीड़ा) – कृमि संक्रमण के कारण कीड़े अपेंडिक्स में जा सकते हैं और उसमें बाधा डाल सकते हैं।
आसंजन – पहले से मौजूद क्रोहन रोग जैसी बीमारियों के कारण कोई भी आसंजन या सख्ती हो सकती है। (और पढ़े – क्रोहन रोग क्या हैं)
नॉन ऑब्सट्रक्टिव – अपेंडिक्स में सीधी सूजन होती है, तो तब यह देखा जाता है बैक्टीरिया के कारण अपेंडिक्स में संक्रमण हो जाता है।
अपेंडिक्स के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of Appendix in Hindi)
एपेंडिसाइटिस से पीड़ित किसी भी व्यक्ति को इन लक्षणों का अनुभव हो सकता है यह कुछ इस प्रकार हैं।
नाभि के आस-पास कोलिकी या ऐंठन वाला दर्द होता है जो बाद में पेट के निचले दाहिने हिस्से में शिफ्ट हो सकता है।
उल्टी होना।
कब्ज, किंतु शायद ही कभी दस्त हो।
हल्के ग्रेड का बुखार (98.7-100.4 डिग्री फ़ारेनहाइट)
पेट की कोमलता।
हृदय की उच्च गति।
अपेंडिक्स का निदान कैसे किया जाता है? (How is Appendix diagnosed in Hindi)
एपेंडिसाइटिस का परीक्षण सटीक पुष्टि के लिए निम्न द्वारा की जाती हैं।
चिकित्सक द्वारा नैदानिक जांच करना।
अल्ट्रासोनोग्राफी करना।
रक्त परीक्षण करना।
यदि आवश्यक हो, तो सीटी स्कैन या एमआरआई कर सकते हैं।
(और पढ़े – एंटरोस्कोपी क्या है)
एपेंडेक्टॉमी (अपेंडिक्स सर्जरी) की तैयारी कैसे करें? (How to prepare for an Appendectomy (Appendix Surgery) in Hindi)
एपेंडिसाइटिस के निदान के बाद मरीज को तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाता है और सर्जरी के लिए पोस्ट किया जाता है। कुछ मूल निर्देशों में शामिल हैं।
जैसे – सर्जिकल प्रक्रिया से 8 घंटे पहले कुछ खाना या पीना नहीं है।
यदि मरीज किसी तरह की दवाओं पर है तो चिकिस्तक उन दवाओं को बंद करने की सलाह देते हैं।
चिकिस्तक मरीज को एंटीबायोटिक्स व अंतःस्राव तरल पदार्थ से शुरू कर सकते हैं।
अपने चिकिस्तक को एलर्जी, गर्भावस्था या संदिग्ध गर्भावस्था और रक्तस्राव विकारों से जुड़े पिछले किसी भी इतिहास के बारे में पूरी जानकारी देना चाहिए।
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) कैसे की जाती है? (How is an Appendectomy (Appendix Surgery) done in Hindi)
अपेंडिक्स को हटाने के लिए दो प्रक्रियाएं शामिल हैं।
ओपन एपेंडेक्टोमी – मरीज को सामान्य एनेस्थीसिया के तहत रखा जाता है। यह एक तरह की सामान्य सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें पेट के निचले हिस्से में एक छोटा चीरा लगाया जाता है। इस चीरे के माध्यम से सर्जन पेट को खोल सकते है और अपेंडिक्स को बांध कर निकाल सकते है। आमतौर पर यह लैप्रोस्कोपिक सर्जरी शुरू होने से पहले किया जाता था। अब यह सर्जरी उन मामलों के लिए आरक्षित है जिनमें अपेंडिक्स फट गया हो या बीमारी की जटिलता के रूप में पेट का एक सामान्यीकृत संक्रमण हुआ हो।
लैप्रोस्कोपिक एपेंडेक्टोमी – लैप्रोस्कोपिक एपेंडेक्टोमी एक न्यूनतम इनवेसिव सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें लगभग 2 से 3 छोटे चीरे शामिल होते हैं। मरीज को सामान्य या निचले स्पाइनल एनेस्थीसिया के तहत रखा जाता है। पेट के अंदर देखने के लिए और स्पष्ट दृश्य बनाने के लिए पेट को कार्बन डाइऑक्साइड गैस से भरने के लिए लैप्रोस्कोप के साथ एक कैमरा लगाया जाता है। एक बार अपेंडिक्स स्थित हो जाने के बाद इसे बांध दिया जाता है और एक्साइज किया जाता है।
हालांकि इन दोनों प्रक्रियाओं में लगभग एक घंटे तक का समय लगता है और मरीज को आमतौर पर 48 घंटों के अंदर छुट्टी दे दी जाती है। चुकी अपेंडिक्स के फटने जैसी कोई जटिलता हो सकती है, तो मरीज को उसकी स्थिति स्थिर होने तक कुछ और दिनों के लिए हॉस्पिटल में रहने की आवश्यकता हो सकती है।
एपेंडेक्टोमी (अपेंडिक्स सर्जरी) के बाद देखभाल कैसे करें? (How to take care after an Appendectomy (Appendix Surgery) in Hindi)
सर्जरी के बाद मरीज को ऑब्जर्वेशन के लिए दूसरे रूम में शिफ्ट कर दिया जाता है। आमतौर पर मरीज को अगले ही दिन छुट्टी दे दी जाती है यदि लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की गई हो और 3 दिनों के बाद ओपन एपेंडेक्टोमी की गई हो। पूरी तरह रिकवरी होने में लगभग 4 से 6 सप्ताह लग सकते हैं।
हॉस्पिटल मे –
मरीज को तब तक छुट्टी नहीं दी जाती है जब तक मल त्याग फिर से शुरू नहीं हो जाता है।
जब तक मल त्याग फिर से शुरू नहीं हो जाता तब तक मरीज के मुंह से खाने या पदार्थ नहीं ले पाता है यानि शून्य है (खाने या तरल पदार्थ नहीं)
व्यक्ति को अंतःशिरा तरल पदार्थ दिया जाता है।
मरीज चिकिस्तक की सलाह से दवाएं दोबारा शुरू कर सकता हैं।
अपेंडिक्स का ऑपरेशन कैसे होता है | अपेंडिसाइटिस का निदान होने पर आपको इस सर्जरी की आवश्यकता होती है। इस स्थिति में आपका अपेंडिक्स पीड़ादायक, सूजा हुआ और संक्रमित हो जाता है। आगरा आपको अपेंडिसाइटिस है तो, अपेंडिक्स के फटने का गंभीर जोखिम रहता है और ये लक्षण दिखने के 48 से 72 घंटों में हो सकता है। इस स्थिति में आपके पेट में पेरिटोनाइटिस नामक एक गंभीर जानलेवा संक्रमण हो सकता है। अपेंडिक्स का ऑपरेशन (अपेन्डेक्टमी/ एपेन्डेक्टमी; Appendectomy) एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसके ज़रिये संक्रमित अपेंडिक्स (Appendix) को हटाया जाता है। इस स्थिति को अपेंडिसाइटिस (Appendicitis) कहा जाता है। अपेन्डेक्टमी, जिसे अपेंडिसेक्टोमी (Appendisectomy or Appendicectomy) भी कहा जाता है, एक आम आपातकालीन सर्जरी है। अपेंडिक्स बड़ी आंत से जुड़ा एक छोटा पाउच है। यह पेट की निचिले हिस्से में दाँई ओर होता है। अगर आपको अपेंडिसाइटिस है तो आपके अपेंडिक्स को तुरंत निकालने के ज़रूरत होती है। अगर इसका उपचार न किया जाये तो अपेंडिक्स फट सकता है। यह एक मेडिकल एमर्जेन्सी (Emergency; आपातकालीन स्थिति) है। https://www.laparoscopyhospital.com/
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