लेपरॉस्कोपी सर्जरी कैसे की जाती है, कितना समय लगता है इसमें, ये सेफ होती है या नहीं और क्या इसका कोई साइड इफेक्ट होता है?
इस वीडियो में बताया गया हे की लेपरॉस्कोपी सर्जरी कैसे की जाती है, इसमें कितना समय लगता है, और इसके सुरक्षित होने और साइड इफेक्ट्स के बारे में निम्नलिखित जानकारी हो सकती है:
लेपरॉस्कोपी सर्जरी कैसे की जाती है:
1. अनुशासन: रोगी को सर्जरी के पहले निर्देशन दिए जाते हैं, जैसे कि रोजीब्रांडी पहनने और पानी पीने की अनुमति नहीं होती है।
2. आवश्यक पूर्व-जांच: सर्जरी से पहले, रोगी की पूर्व-जांच की जाती है, जिसमें डायग्नोस्टिक इमेजिंग जैसे कि एक्स-रे, एसीटी स्कैन, या एमआरआई स्कैन का उपयोग किया जा सकता है। यह सर्जरी की योजना तैयार करने में मदद करता है।
3. सर्जरी दिन: सर्जरी के दिन, रोगी को विशेषज्ञ चिकित्सक की टीम के द्वारा सामान्य या स्थानिक अस्पताल में लेज़ दिया जाता है।
4. एनेस्थेजिया: सर्जरी के दौरान, रोगी को एनेस्थेजिया दिया जाता है, जिससे वह सर्जरी के दौरान बिना दर्द के रह सकते हैं।
5. छोटे इंसीशन: सर्जरी करते समय, छोटे इंसीशन्स (छोटे कटाव) किए जाते हैं, और इन इंसीशन्स के माध्यम से एक लेपरॉस्कोप (कैमरा के साथ एक पतला ट्यूब) और विशेषज्ञ चिकित्सा औजार शल्यचिकित्सक के द्वारा डाले जाते हैं।
6. ऑपरेशन: सर्जर कैमरा के माध्यम से दिखाई जाने वाले ब्रह्माण्ड का निरीक्षण करता है और साथ ही विशेषज्ञ औजार का उपयोग करके रसौली को सावधानीपूर्वक छेद और हटाता है।
सर्जरी कितना समय लगता है:
- लेपरॉस्कोपी सर्जरी का समय रसौली के आकार और स्थान के आधार पर बदल सकता है। छोटी और स्थानिक रसौली के इलाज में, सामान्यत: चंद मिनटों से कुछ घंटों तक का समय लगता है।
लेपरॉस्कोपी सर्जरी की सुरक्षितता:
- लेपरॉस्कोपी सर्जरी आमतौर पर सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन यहां कुछ आपको ध्यान में रखने वाली बातें हैं:
- सार्जरी टीम का अच्छा अनुभव: एक अच्छे सर्जरी टीम का चयन करना महत्वपूर्ण है जो लेपरॉस्को
पी का पूर्वानुमान लगा सकती है और दिक्कतों का सामरिक प्रबंधन कर सकती है।
- संभावित साइड इफेक्ट्स: साइड इफेक्ट्स में इंफेक्शन, ब्लीडिंग, आस-पास के अंगों के चोट या ऑपरेशन के दौरान अच्छे से सावधानीपूर्वक नहीं किये जाने पर खुली सर्जरी में परिवर्तन शामिल हो सकता है।
लेपरॉस्कोपी सर्जरी के साथ साथ किसी भी शल्य चिकित्सा प्रक्रिया के बारे में अपने चिकित्सक से बात करना महत्वपूर्ण होता है, ताकि आप अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के बारे में स्पष्ट जानकारी प्राप्त कर सकें।
लेपरॉस्कोपी सर्जरी के फायदे:
- मिनिमल इन्वेसिव सर्जरी: लेपरॉस्कोपी सर्जरी को "मिनिमल इन्वेसिव" या "कीचड़ वाले इन्वेसिव" सर्जरी के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसमें छोटे इंसीशन्स के माध्यम से काम किया जाता है।
- कम दर्द और आसान रिकवरी: इस प्रकार की सर्जरी के बाद दर्द कम होता है और रिकवरी आमतौर पर तेज़ होती है, जिससे रोगी अपनी नॉर्मल गतिविधियों को जल्दी से फिर से शुरू कर सकते हैं।
- सुंदर छालें: छोटे इंसीशन के कारण, सर्जरी के बाद रोगी की त्वचा पर कम छालें बनती हैं, जो देखने में अधिक आकर्षक होती हैं।
- संक्रियात्मक स्वास्थ्य का बनाए रखना: इस प्रकार की सर्जरी के बाद, रोगी अपने सामान्य जीवन में जल्दी से वापसी कर सकते हैं, जो उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है।
लेपरॉस्कोपी सर्जरी के साइड इफेक्ट्स:
- लेपरॉस्कोपी सर्जरी सुरक्षित होती है, लेकिन यह कुछ साइड इफेक्ट्स के साथ आ सकती है, जैसे कि:
- इंफेक्शन: किसी भी सर्जरी के बाद, इंफेक्शन का खतरा होता है, लेकिन यह आमतौर पर अधिकतम सावधानी और स्वच्छता के अनुसरण से रोका जा सकता है।
- ब्लीडिंग: ब्लीडिंग का खतरा होता है, लेकिन सर्जरी टीम इसे नियंत्रित करने के लिए उपाय अवगत होती है।
- न्यूरोलॉजिक चोट: सर्जरी के दौरान आस-पास के अंगों की चोट के आशंका हो सकती है, लेकिन यह बचाव और देखभाल से रोका जा सकता है।
- कॉनवर्शन का खतरा: कई बार लेपरॉस्कोपी सर्जरी के दौरान आगामी मुश्किलों के कारण सर्जरी को खुली सर्जरी में परिवर्तित किया जाता है।
लेपरॉस्कोपी सर्जरी के पूर्व और बाद की सभी विशेष आवश्यकताओं और जानकारी के साथ, अपने चिकित्सक से खुले और स्पष्ट बातचीत करना बेहद महत्वपूर्ण होता है, ताकि आप सही और समय पर निर्णय ले सकें और अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा को प्राथमिकता दे सकें।
संपर्क करें
वर्ल्ड लेप्रोस्कोपी अस्पताल
साइबर सिटी, गुरुग्राम
एनसीआर दिल्ली, भारत
वर्ल्ड लेप्रोस्कोपी प्रशिक्षण संस्थान
भवन संख्या: 27, डीएचसीसी, दुबई, संयुक्त अरब अमीरात
वर्ल्ड लेप्रोस्कोपी प्रशिक्षण संस्थान
5401 एस किर्कमैन रोड सुइट 340
ऑरलैंडो, FL 32819, यूएसए
लेपरॉस्कोपी सर्जरी कैसे की जाती है:
1. अनुशासन: रोगी को सर्जरी के पहले निर्देशन दिए जाते हैं, जैसे कि रोजीब्रांडी पहनने और पानी पीने की अनुमति नहीं होती है।
2. आवश्यक पूर्व-जांच: सर्जरी से पहले, रोगी की पूर्व-जांच की जाती है, जिसमें डायग्नोस्टिक इमेजिंग जैसे कि एक्स-रे, एसीटी स्कैन, या एमआरआई स्कैन का उपयोग किया जा सकता है। यह सर्जरी की योजना तैयार करने में मदद करता है।
3. सर्जरी दिन: सर्जरी के दिन, रोगी को विशेषज्ञ चिकित्सक की टीम के द्वारा सामान्य या स्थानिक अस्पताल में लेज़ दिया जाता है।
4. एनेस्थेजिया: सर्जरी के दौरान, रोगी को एनेस्थेजिया दिया जाता है, जिससे वह सर्जरी के दौरान बिना दर्द के रह सकते हैं।
5. छोटे इंसीशन: सर्जरी करते समय, छोटे इंसीशन्स (छोटे कटाव) किए जाते हैं, और इन इंसीशन्स के माध्यम से एक लेपरॉस्कोप (कैमरा के साथ एक पतला ट्यूब) और विशेषज्ञ चिकित्सा औजार शल्यचिकित्सक के द्वारा डाले जाते हैं।
6. ऑपरेशन: सर्जर कैमरा के माध्यम से दिखाई जाने वाले ब्रह्माण्ड का निरीक्षण करता है और साथ ही विशेषज्ञ औजार का उपयोग करके रसौली को सावधानीपूर्वक छेद और हटाता है।
सर्जरी कितना समय लगता है:
- लेपरॉस्कोपी सर्जरी का समय रसौली के आकार और स्थान के आधार पर बदल सकता है। छोटी और स्थानिक रसौली के इलाज में, सामान्यत: चंद मिनटों से कुछ घंटों तक का समय लगता है।
लेपरॉस्कोपी सर्जरी की सुरक्षितता:
- लेपरॉस्कोपी सर्जरी आमतौर पर सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन यहां कुछ आपको ध्यान में रखने वाली बातें हैं:
- सार्जरी टीम का अच्छा अनुभव: एक अच्छे सर्जरी टीम का चयन करना महत्वपूर्ण है जो लेपरॉस्को
पी का पूर्वानुमान लगा सकती है और दिक्कतों का सामरिक प्रबंधन कर सकती है।
- संभावित साइड इफेक्ट्स: साइड इफेक्ट्स में इंफेक्शन, ब्लीडिंग, आस-पास के अंगों के चोट या ऑपरेशन के दौरान अच्छे से सावधानीपूर्वक नहीं किये जाने पर खुली सर्जरी में परिवर्तन शामिल हो सकता है।
लेपरॉस्कोपी सर्जरी के साथ साथ किसी भी शल्य चिकित्सा प्रक्रिया के बारे में अपने चिकित्सक से बात करना महत्वपूर्ण होता है, ताकि आप अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के बारे में स्पष्ट जानकारी प्राप्त कर सकें।
लेपरॉस्कोपी सर्जरी के फायदे:
- मिनिमल इन्वेसिव सर्जरी: लेपरॉस्कोपी सर्जरी को "मिनिमल इन्वेसिव" या "कीचड़ वाले इन्वेसिव" सर्जरी के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसमें छोटे इंसीशन्स के माध्यम से काम किया जाता है।
- कम दर्द और आसान रिकवरी: इस प्रकार की सर्जरी के बाद दर्द कम होता है और रिकवरी आमतौर पर तेज़ होती है, जिससे रोगी अपनी नॉर्मल गतिविधियों को जल्दी से फिर से शुरू कर सकते हैं।
- सुंदर छालें: छोटे इंसीशन के कारण, सर्जरी के बाद रोगी की त्वचा पर कम छालें बनती हैं, जो देखने में अधिक आकर्षक होती हैं।
- संक्रियात्मक स्वास्थ्य का बनाए रखना: इस प्रकार की सर्जरी के बाद, रोगी अपने सामान्य जीवन में जल्दी से वापसी कर सकते हैं, जो उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है।
लेपरॉस्कोपी सर्जरी के साइड इफेक्ट्स:
- लेपरॉस्कोपी सर्जरी सुरक्षित होती है, लेकिन यह कुछ साइड इफेक्ट्स के साथ आ सकती है, जैसे कि:
- इंफेक्शन: किसी भी सर्जरी के बाद, इंफेक्शन का खतरा होता है, लेकिन यह आमतौर पर अधिकतम सावधानी और स्वच्छता के अनुसरण से रोका जा सकता है।
- ब्लीडिंग: ब्लीडिंग का खतरा होता है, लेकिन सर्जरी टीम इसे नियंत्रित करने के लिए उपाय अवगत होती है।
- न्यूरोलॉजिक चोट: सर्जरी के दौरान आस-पास के अंगों की चोट के आशंका हो सकती है, लेकिन यह बचाव और देखभाल से रोका जा सकता है।
- कॉनवर्शन का खतरा: कई बार लेपरॉस्कोपी सर्जरी के दौरान आगामी मुश्किलों के कारण सर्जरी को खुली सर्जरी में परिवर्तित किया जाता है।
लेपरॉस्कोपी सर्जरी के पूर्व और बाद की सभी विशेष आवश्यकताओं और जानकारी के साथ, अपने चिकित्सक से खुले और स्पष्ट बातचीत करना बेहद महत्वपूर्ण होता है, ताकि आप सही और समय पर निर्णय ले सकें और अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा को प्राथमिकता दे सकें।
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