महिलाओं में बांझपन का क्या कारण है और लैप्रोस्कोपी द्वारा इसका इलाज कैसे किया जा सकता है का लाइव वीडियो
डॉक्टर्स टॉक के इस एपिसोड में हम डॉ. आर. के. मिश्रा से बात करते हैं कि महिलाओं में बांझपन का क्या कारण है और लैप्रोस्कोपिक विधियों का उपयोग करके इसका इलाज कैसे किया जा सकता है।
डॉक्टर्स टॉक के इस एपिसोड में हम डॉ आर. के. मिश्रा से बात करेंगे कि महिलाओं में बांझपन का क्या कारण है और लैप्रोस्कोपिक विधियों का उपयोग करके इसका इलाज कैसे किया जा सकता है। महिलाओं में बांझपन की पहचान एक लेप्रोस्कोपिक प्रक्रिया द्वारा किया जा सकता है, जो ट्यूबल पेटेन्सी की जांच करता है। लैप्रोस्कोपी की मदत से फलोपियन ट्यूब के रास्ते को खोला जा सकता है या फाइब्रॉएड (जिनके कारण बांझपन की समस्या होती है) को भी निकाला इया सकता है। लेप्रोस्कोपी का उपयोग कर डिम्बग्रंथि पुटी (ओवेरियन सिस्ट) को हटा कर भी भाँझपन का इलाज हो सकता है।
2 COMMENTS
डॉ। रवि भटनागर
#1
Apr 3rd, 2021 10:07 am
बहुत शानदार और जानकारीपूर्ण वीडियो। भगवान आपका भला करे और आपको लंबा और स्वस्थ जीवन दे। आप डॉक्टरों के लिए एक नेक काम कर रहे हैं। महिलाओं में बांझपन का क्या कारण है और लैप्रोस्कोपी द्वारा इसका इलाज कैसे किया जा सकता है का लाइव वीडियो को साझा करने के लिए धन्यवाद
Dr. Trisha Verma
#2
Oct 14th, 2022 9:17 am
फैलोपियन ट्यूब महिला की प्रजनन प्रणाली का एक ख़ास अंग है। जब किसी कारण फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज होता है तो निषेचन यानी फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया बाधित होती है। अंडे मैच्योर होने के बाद ओवरी से बाहर निकलकर फैलोपियन ट्यूब में चले जाते हैं जहाँ पुरुष स्पर्म उन्हें फर्टिलाइज करता है। फर्टिलाइजेशन के बाद महिला गर्भवती हो जाती है। एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसा विकार है जिससे पीड़ित महिला के गर्भाशय की लाइनिंग बनाने वाले उत्तक गर्भाशय से बाहर विकसित होने लगते हैं। गर्भाशय की लाइनिंग को एंडोमेट्रियम कहते हैं। एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिला को गर्भधारण करने में काफी दिक्कतों का सामान करना पड़ता है। शोध के मुताबिक, एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित लगभग एक तिहाई महिलाएं बांझपन के साथ संघर्ष कर रही हैं।
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