हाथ-पैर में आता है ज्यादा पसीना? हाइपरहाइड्रोसिस बीमारी दूरबीन से इलाज संभव
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हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) क्या है? हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) एक आम स्थिति है जिसमें किसी व्यक्ति को बहुत ज्यादा पसीना आता है, और उसके शरीर को तापमान को नियमित करने के लिए जरूरत से ज्यादा पसीना बहता है। अत्यधिक पसीना आना आमतौर पर किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए कोई गंभीर खतरा नहीं है, लेकिन यह संकोच की स्थिति और परेशानी बढ़ाने वाला हो सकता है। इसके कारण होने वाली असुविधा आपकी जीवन-शैली पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। प्राइमरी हाइपरहाइड्रोसिस (primary Hyperhidrosis) के मामलों में ऐसा माना जाता जाता है कि, मस्तिष्क के पसीने की प्रक्रिया को नियंत्रित करने वाले भाग में कोई समस्या है, जिस कारण वह एक्राइन ग्रंथियों (eccrine glands) को पसीना बहाने के संकेत भेजता है, जबकि शरीर को ठंडा करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। अवसाद के लिए अनेक प्रभावी उपचार उपलब्ध हैं, जैसे अवसादरोधी दवाइयाँ और संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (cognitive behavioural therapy) (CBT) जैसी व्यवहारिक चिकित्सा। हाइपरहाइड्रोसिस का निदान आपको अत्यधिक पसीना आने की दशा में, यह सम्भावना है कि डॉक्टर इसके लिए जिम्मेदार किसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति की संभावना की जांच करने के मकसद से, आपके रक्त और मूत्र के परीक्षण करेंगे। डॉक्टर आपसे आपके लक्षणों के स्वरूप के बारे में पूछ सकते हैं, जैसे क्या आपको रात में पसीना आता है, जो प्राइमरी हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) (जहां कोई स्पष्ट कारण नहीं है) के मामलों में सामान्यतः नहीं होता है, और क्या पसीना आपके शरीर के केवल कुछ खास भागों को (फोकल) या पूरे शरीर को (सामान्यीकृत) प्रभावित करता है। आमतौर से फोकल हाइपरहाइड्रोसिस का कोई अंतर्निहित कारण नहीं होता है (प्राइमरी हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis)), जबकि सामान्यीकृत या सेकेन्डरी हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) किसी अन्य अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति के परिणामस्वरूप होता है। आयोंटोंफोरेसिस (Iontophoresis) यदि आपको हाथों और पैरों में अत्यधिक पसीना आने की समस्या है तो आयोंटोंफोरेसिस (Iontophoresis) एक अत्यंत प्रभावी उपचार है। इसका इस्तेमाल बगल (कांख) के लिए भी किया जा सकता है, हालांकि यह इसके लिए कम प्रभावी है। यदि आपके हाथों और पैरों को उपचार की आवश्यकता है तो उन्हें एक पानी से भरे हुए बर्तन में रखना होता है और फिर उस पानी में से हल्का करंट गुजारा जाता है। यदि आपके काँख में उपचार की आवश्यकता है तो एक गीले संपर्क पैड को बगल में रखा जाता है और फिर उसमें हल्का करंट भेजा जाता है। ऐसा माना जाता है कि करंट, पसीने की ग्रंथियों को अवरुद्ध करने में मदद करता है। यह उपचार पीड़ादायक तो नहीं होता है परंतु करंट के कारण त्वचा में हल्की अल्पकालिक जलन और असुविधा हो सकती है। आयोंटोंफोरेसिस का प्रत्येक सत्र 20 से 30 मिनट का होता है, और साधारणतया आपको सप्ताह में 2 से 4 सत्रों की आवश्यकता होगी। एक से दो सप्ताहों में आप के लक्षणों में सुधार होना शुरू हो जाएगा, जिसके बाद आपके लक्षणों की गंभीरता के अनुसार आपको दो से चार हफ्तों के अंतराल पर आगे के उपचार की आवश्यकता होगी। 80% से 90% मामलों में आयोंटोंफोरेसिस प्रभावी साबित हुआ है। यद्यपि आपको उपचार प्राप्त करने के लिए अपने स्थानीय अस्पताल के त्वचा रोग क्लिनिक में नियमित रूप से जाना होगा। वैकल्पिक तौर पर आयोंटोंफोरेसिस किट्स, जिन्हें आप घर पर इस्तेमाल कर सकते हैं, भी उपलब्ध हैं, जिनकी कीमत करीब 31 हजार रुपये (325 पौंड) से 47 हजार रुपये (500 पौंड़) के बीच है। बोटुलिनम टॉक्सिन (Botulinum toxin) हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) से ग्रस्त लोगों के इलाज के लिए बोटुलिनम टॉक्सिन (Botulinum toxin) अपेक्षाकृत एक नया उपचार है। बोटुलिनम टॉक्सिन एक शक्तिशाली प्रोटीन है जिसका इस्तेमाल बहुत छोटी मात्रा में, सुरक्षित रूप से किया जा सकता है। बगल (कांख), हाथ, पैर और चेहरे जैसे शरीर के प्रभावित क्षेत्रों में बोटुलिनम टॉक्सिन के 12 से 20 इंजेक्शन दिए जाते हैं। इस प्रक्रिया में 30 से 45 मिनट लगते हैं। टॉक्सिन, मस्तिष्क द्वारा पसीने की ग्रंथियों को भेजे जा रहे संदेशों को बाधित करके, उत्पन्न होने वाले पसीने की मात्रा को कम करने का काम करता है। बोटुलिनम टॉक्सिन का प्रभाव आमतौर पर 2 से 8 हफ्तों तक रहता है, जिसके बाद आपको आगे और उपचार की आवश्यकता होगी। सर्जरी वीडियो एसेस्टिड थोरेसिस सिम्पेथेक्टोमी (Video-assisted thoracic sympathectomy) (VATS), हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) के इलाज के लिए सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल में लाई जाने वाली सर्जरी है। आमतौर पर VATS की सलाह हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) के ऐसे मामलों में की जाती है जहां इलाज के अन्य तरीके असफल रहे हों। इस प्रक्रिया में, सहानुभूति तंत्रिका तंत्र से, प्रभावित पसीने की ग्रंथियों की ओर जाने वाली कुछ तंत्रिका ऊतकों को हटाने के उद्देश्य से डॉक्टर आपकी छाती में एक तरफ 2 छोटे छोटे छेद करेगा। कांख, चेहरे और हाथों से अत्यधिक पसीना आने की समस्या के इलाज के लिए VATS का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, पैरों में अत्यधिक पसीना आने की समस्या के इलाज की सलाह नहीं दी जाती है क्योकि इसके ऑपरेशन के दौरान नपुंसकता जैसी स्थाई यौन समस्या होने का जोखिम होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पीठ से पैरों की ओर जानेवाली सहानुभूति तंत्रिका तंत्र के एक हिस्से को होने वाली क्षति के कारण जननांगों से जुड़ी तंत्रिकाओं को भी क्षति का जोखिम होता है। अभी तक हाइपरहाइड्रोसिस के इलाज में VATS को आंशिक रूप से ही सफलता प्राप्त हुई है। हालांकि, इस ऑपरेशन से संबंधित कुछ खास जोखिमों का नीच उल्लेख किया गया है। World Laparoscopy Hospital Cyber City, Gurugram, NCR Delhi INDIA Phone/WhatsApp: +919811416838
3 कमैंट्स
Dinesh bhai
#3
Apr 9th, 2023 2:28 pm
Sir, mere hatho Or pairo me pasina jyada aata he kripya mujhe sujhav de
डॉ. तबरेज आलम
#2
Oct 9th, 2022 1:14 pm
हाइपरहाइड्रोसिस की स्थिति जन्म से मौजूद हो सकती है या जीवन में बहुत बाद में विकसित हो सकती है। हालांकि, अत्यधिक पसीने के अधिकांश मामले किसी व्यक्ति की किशोरावस्था के दौरान शुरू होते हैं। हाइपरहाइड्रोसिस प्रभावित व्यक्ति के सामाजिक जीवन, कार्य, खाली समय की गतिविधियों, व्यक्तिगत संबंधों, आत्म-छवि और भावनात्मक कल्याण को प्रभावित कर सकता है। हाइपरहाइड्रोसिस के लक्षण गंभीर हो सकते हैं और शर्मिंदगी, बेचैनी और चिंता का कारण बन सकते हैं।
डॉ. सन्मय प्रकाश
#1
Oct 5th, 2022 10:13 am
अत्यधिक पसीना आना आमतौर पर किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए कोई गंभीर खतरा नहीं है, लेकिन यह संकोच की स्थिति और परेशानी बढ़ाने वाला हो सकता है। इसके कारण होने वाली असुविधा आपकी जीवन-शैली पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। डॉक्टर आमतौर पर शुरूआत में कम से हल्के उपचार के साथ शुरू करने की सलाह देते हैं, जैसे पसीना रोधी दवाइयों से उपचार। यदि यह काम नहीं करता है, तो आपकी पसीने की ग्रंथियों को अवस्र्द्ध करके, और सर्जरी द्वारा भी उपचार किया जा सकता है।
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