समाचार | أخبار | News | Noticias

लैपरोस्कोपी में बारिएट्रिक सर्जरी: वजन कमी के माध्यम से जीवनों को बदलना
Fri - November 17, 2023 10:33 am  |  Article Hits:153  |  A+ | a-
लैपरोस्कोपी में बारिएट्रिक सर्जरी: वजन कमी के माध्यम से जीवनों को बदलना
लैपरोस्कोपी में बारिएट्रिक सर्जरी: वजन कमी के माध्यम से जीवनों को बदलना
परिचय:

आज के दौर में जीवनशैली में हो रहे बदलाव और तेजी से बढ़ती हुई जनसंख्या के साथ-साथ एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या भी उत्पन्न हो रही है - वजन वृद्धि और ओबेसिटी। यह समस्या न केवल दिखने में ही बढ़ती है, बल्कि इसके साथ कई स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं भी आती हैं, जैसे कि डायबीटीज, हार्ट रोग, उच्च रक्तचाप, और अन्य कई बीमारियाँ। इसका समाधान ढूंढ़ने के लिए बारिएट्रिक सर्जरी एक विकल्प बनता है, और यह सर्जरी लैपरोस्कोपी के माध्यम से की जा सकती है, जिससे रोगी को तेजी से और कम जोखिम में वजन कमी की ओर बढ़ने में मदद कर सकती है।

लैपरोस्कोपी में बारिएट्रिक सर्जरी: वजन कमी के माध्यम से जीवनों को बदलना

लैपरोस्कोपी और बारिएट्रिक सर्जरी का सम्बंध:

लैपरोस्कोपी एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें चिकित्सक एक छोटी सी कैमरे और चिकित्सकीय यंत्रों के माध्यम से रोगी की शरीर की अंदर की स्थिति को देख सकते हैं और सर्जरी कर सकते हैं। इस प्रक्रिया का उपयोग बारिएट्रिक सर्जरी में भी किया जाता है, जिसे लोग वजन कमी के लिए अपनाते हैं। बारिएट्रिक सर्जरी एक प्रक्रिया है जिसमें अत्यधिक वजन वाले रोगियों की पेट में परिवर्तन करने के लिए कई तकनीकें का उपयोग किया जाता है, जिससे उनका वजन कम होता है और साथ ही उनकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार होती है।

लैपरोस्कोपी के फायदे:

कम चोट का खतरा: लैपरोस्कोपी से की जाने वाली सर्जरी में चोट कम होती है, क्योंकि इसमें छोटे से छोटे चीरे लगाए जाते हैं, जो रोगी को जल्दी ठीक होने में मदद करता है।

तेज रिकवरी:

लैपरोस्कोपी से की जाने वाली सर्जरी के बाद रोगी की तेज रिकवरी होती है, जिससे उन्हें जल्दी से नॉर्मल जीवन में वापस आ सकता है।

कम जोखिम:

लैपरोस्कोपी में चोट बड़ी नहीं होती, जिससे जोखिम कम होता है और रोगी को सुरक्षित महसूस होता है।

कम चिकित्सा समय:

इस प्रकार की सर्जरी का चिकित्सा समय भी कम होता है, जिससे रोगी को जल्दी से चिकित्सा मिल सकती है।

बारिएट्रिक सर्जरी की आवश्यकता:

यह सर्जरी मुख्य रूप से उन लोगों के लिए होती है जिनका बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 40 से अधिक होता है या जिन्हें मोटापे से जुड़ी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं।

सर्जरी की प्रक्रिया:

सर्जरी से पहले मरीज को विशेष आहार पर रखा जाता है। सर्जरी के दौरान, छोटे चीरों के माध्यम से, सर्जन पेट के आकार को कम करते हैं या आंतों की लंबाई को बदलते हैं।

सर्जरी के बाद का जीवन:

सर्जरी के बाद मरीजों को अपने आहार और जीवनशैली में महत्वपूर्ण बदलाव करने होते हैं। नियमित व्यायाम और संतुलित आहार का पालन करना जरूरी होता है।


मरीजों की सफलता की कहानियां:

दुनिया भर में अनेक मरीजों ने इस सर्जरी के बाद अपने जीवन में उल्लेखनीय बदलाव देखे हैं। उनकी सफलता की कहानियां प्रेरणादायक हैं।

भविष्य की दिशा:

बारिएट्रिक सर्जरी के क्षेत्र में नई तकनीकों और शोधों के साथ इसका भविष्य उज्ज्वल दिखाई देता है। इससे जुड़े जोखिम कम करने और सफलता दर बढ़ाने के लिए अनुसंधान जारी है।

निष्कर्ष:

लैपरोस्कोपिक बारिएट्रिक सर्जरी ने मोटापे से जूझ रहे लोगों के लिए एक नई उम्मीद की किरण प्रदान की है। इसके लाभ और सफलता दर इसे आज के समय में मोटापे के इलाज का एक प्रमुख विकल्प बनाते हैं।
Top

In case of any news from WLH please contact | RSS

World Laparoscopy Hospital
Cyber City
Gurugram, NCR Delhi, 122002
India

All Enquiries

Tel: +91 124 2351555, +91 9811416838, +91 9811912768, +91 9999677788

Get Admission at WLH

Affiliations and Collaborations

Associations and Affiliations
World Journal of Laparoscopic Surgery



Live Virtual Lecture Stream

Need Help? Chat with us
Click one of our representatives below
Nidhi
Hospital Representative
I'm Online
×