गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं
गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी एक मान्यता प्राप्त चिकित्सा प्रक्रिया है जो वजन कम करने के लिए उपयोगी हो सकती है, खासकर जब दूसरी उपाय विफल हो जाते हैं. इसका मुख्य लक्ष्य पेट में एक छोटी बैंड या स्लीव डालकर खाद्य अवशोषण को कम करना होता है, जिससे भोजन के माध्यम से प्राप्त खाद्य संचालन कम हो जाता है और वजन कम होता है. गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के फायदों के साथ-साथ, यह चिकित्सा प्रक्रिया कुछ दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभाव भी ला सकती है. यहां गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभावों का एक संक्षेप में वर्णन किया जा रहा है:
विटामिन और खनिजों की कमी: यह चिकित्सा प्रक्रिया खाद्य अवशोषण में कमी करती है, जिससे विटामिन और खनिजों की कमी हो सकती है. इसके परिणामस्वरूप, लोगों को विटामिन बी12, कैल्शियम, आयरन और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की आवश्यकता हो सकती है.
पेट में समस्याएं: कुछ लोगों को पेट में संकुचित आहार संबंधी समस्याएं: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बाद, कुछ लोगों को आहार संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। यह शामिल हो सकता है खाने की अवधि, भोजन की परिमाण, खाद्य पदार्थों की प्राथमिकता आदि के साथ संबंधित मुद्दे।
आंत्र अवरोध: कुछ मामलों में, गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दौरान आंत्र में अवरोध हो सकता है, जिसके कारण आंत्रद्वारा गुजरने वाले भोजन के ट्रैक्ट में दरारें या लीकेज़ हो सकती हैं। यह तत्परता या आंत्रद्वारा संकुचित प्रवाह के कारण हो सकता है।
पाचन संबंधी समस्याएं: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दौरान, पाचन तंत्र में परिवर्तन हो सकता है जो आहार को प्रोसेस करने में समस्या पैदा कर सकता है। यह शामिल हो सकता है पेट में एसिडिटी, अपाचन, पेट दर्द, पेट फूलना, मतली आदि।
संघर्ष और मानसिक समस्याएं: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दौरान, कुछ लोगों को शारीरिक और मानसिक संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है। यहशामिल हो सकता है स्वास्थ्य संबंधी तनाव, दिमागी तनाव, खाद्य निष्पादन के साथ संबंधित अनुभव, अपनी नई शारीरिक और आहार संबंधी मर्यादाओं का सामना करना, वजन की संभाल रखने के दबाव आदि।
सोशल और परिवारिक प्रभाव: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभाव में सोशल और परिवारिक प्रभाव भी शामिल हो सकते हैं। कुछ लोगों को सामाजिक सांघिकता में परेशानी हो सकती है, जैसे कि खाने के अवधि और प्रकार की मर्यादा, सामूहिक खाने में समस्या, खाद्य संबंधित समारोहों में भाग नहीं लेना आदि। इसके अलावा, परिवार और साथी भी समझने में कठिनाई पा सकते हैं और सहायता की आवश्यकता हो सकती है।
संभावित सर्जरी संबंधी समस्याएं: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बावजूद, कुछ मामलों में सर्जरी के दौरान या बाद में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह शामिल हो सकता है इन्फेक्शन, वायरस रोग, अग्निकण्ड, वायु संक्रमण, वायु अतिरिक्तता, पोस्ट सर्जरी कमजोरी, वापसी या पुनर्जन्म संक्रमण, सांद्रता, शस्त्रावश्यकता, अनेक ऑर्गन विफलता आदि। ये सभी समस्याएं संभावित हैं और रोगी को चिकित्सकीय सहायता और धैर्य की आवश्यकता हो सकती है।
इन सभी दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभावों के बावजूद, गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी बहुत समय से वजन घटाने में सक्षम और सफल होती है और अनेक लोगों को उनकी स्वास्थ्य और जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करती है। तथापि, हर मामले में प्रतिक्रियाएँ भिन्न हो सकती हैं और चिकित्सक की सलाह और नियमित फॉलो-अप आवश्यक होते हैं। यदि किसी व्यक्ति को गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी करवाने का विचार है, तो वे एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें और अपने स्वास्थ्य परिस्थितियों और व्यक्तिगत आवश्यकताओं का मूल्यांकन करें।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभाव व्यक्ति से व्यक्ति भिन्न हो सकते हैं और हर किसी को इन प्रभावों का सामना नहीं करना पड़ता है। यह सर्जरी व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थिति, वजन, उम्र, जीवनशैली और अन्य निर्दिष्ट कारकों पर निर्भर करती है। संभावित प्रतिकूल प्रभावों के साथ बचने के लिए इस तरह की सर्जरी कराने से पहले व्यक्ति को अपने चिकित्सक से चर्चा करनी चाहिए। चिकित्सक सही जानकारी, अद्यतित जानकारी और व्यक्तिगत परामर्श के माध्यम से व्यक्ति को इस सर्जरी के संबंध में सही और संघर्षमुक्त निर्णय लेने में मदद करेंगे। इसलिए, गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी का विचार रखने वाले व्यक्ति को विस्तार से जानकारी प्राप्त करना चाहिए और अपने स्वास्थ्य सेतु से अपने चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
इसके अलावा, गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभावों को संभालने के लिए कुछ उपाय भी हो सकते हैं। निम्नलिखित तरीकों के माध्यम से यह प्रभाव कम किए जा सकते हैं:
चिकित्सा और आहार की सलाह: अपने चिकित्सक के निर्देशानुसार नियमित चेकअप करें और आहार के बारे में सलाह लें। आहार में पोषक तत्वों की पूर्ति करने के लिए प्रोटीन, विटामिन, और मिनरल्स जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को शामिल करें।
व्यायाम: नियमित व्यायाम करें और अपने शरीर को सक्रिय रखें। योग, ध्यान, या वायुमंडलिक व्यायाम जैसे आपके लिए उपयुक्त व्यायाम का चयन करें।
स्वस्थ जीवनशैली: नियमित नींद पूरी करें, स्ट्रेस को नियंत्रित करें, नशामुक्त रहें, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। इससे आपका सामान्य स्वास्थ्य मजबूत होगा और प्रतिकूल प्रभावों का सामना करना आसान होगा।
सपोर्ट सिस्टम: परिवार और मित्रों का समर्थन प्राप्त करें। उनका साथ आपको भावनात्मक और मानसिक रूप से समर्थन प्रदान करेगा और आपको प्रतिकूल प्रभावों के सामना करने में मदद करेगा। वे आपके साथ होंगे, आपकी समस्याओं को समझेंगे और आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करेंगे।
समर्थन समूह: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बाद अपने आसपास के समर्थन समूहों में शामिल हों। वहां आपको अन्य लोगों से अनुभव, सलाह और सहयोग प्राप्त हो सकता है, जो इस प्रक्रिया से गुजर चुके हैं या जो उसे अभी भी अपना रहे हैं।
चिकित्सा समर्थन: यदि आप किसी प्रतिकूल प्रभाव का सामना कर रहे हैं, तो अपने चिकित्सक की सलाह लेना महत्वपूर्ण है। वे आपकी समस्या का मूल कारण ढूंढ़ने और आपको सही इलाज या सामरिक व्यवस्थापन प्रदान करने में मदद कर सकते हैं।
यदि आप गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी का विचार कर रहे हैं, तो आपको इन प्रतिकूल प्रभावों के बारे में जागरूक रहना चाहिए। गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी केवल वजन घटाने का एक उपाय है और इस से जुड़े प्रतिकूल प्रभावों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी का असर व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थिति, जीवनशैली और व्यक्तिगत परिस्थितियों पर भी निर्भर करेगा।
गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभाव में से कुछ निम्नलिखित हो सकते हैं:
विटामिन और मिनरल कमी: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बाद, पोषक तत्वों की सामग्री कम हो सकती है, जिसके कारण विटामिन और मिनरल की कमी हो सकती है। इसलिए, आपको नियमित रूप से विटामिन और मिनरल पर्याप्त मात्रा में लेने की आवश्यकता होगी।
आहार प्रतिबंध और उपचार: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बाद, आपको कुछ आहार प्रतिबंध या परिमितियों का पालन करना पड़ सकता है। आपको अपने चिकित्सक द्वारा बताए गए आहार योजना का पालन करना होगा और योग्य उपचार प्राप्त करना होगा।
संशोधित गुट माइक्रोबायोम: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी संशोधित माइक्रोबायोम को प्रभावित कर सकती है। यह संशोधित माइक्रोबायोम आपके पाचन प्रणाली को प्रभावित करके आहार प्रतिश्रेणी, पाचन क्षमता, और मेटाबोलिक स्थिति में बदलाव ला सकता है। इसलिए, आपको अपने चिकित्सक द्वारा संशोधित माइक्रोबायोम को समर्थन करने के लिए सलाह लेनी चाहिए।
पोषण की कमी: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के द्वारा आपके आंतरिक आंतों के कुछ हिस्सों को छोड़ दिया जाता है, जिससे पोषण अवशेषित नहीं होता है। यह आपके शरीर को विभिन्न पोषक तत्वों की कमी का सामना कराता है। इसलिए, आपको पोषणपूर्ण आहार और पोषक उपयोगी तत्वों की सही मात्रा के बारे में जागरूक रहना चाहिए।
पोषण की अवशेषण की आवश्यकता: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बाद, आपको दवाओं की अवशेषण की आवश्यकता हो सकती है। आपके चिकित्सक द्वारा निर्धारित दवाओं को समय-समय पर सही मात्रा में लेना चाहिए।
यदि आप गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी का विचार कर रहे हैं, तो इसके दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभावों को संभालने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:
नियमित चेकअप: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बाद, नियमित चेकअप अपनाएं और चिकित्सक के साथ सम्पर्क बनाए रखें। यह आपके स्वास्थ्य की निगरानी करेगा और संभावित समस्याओं को पहचानने और उन्हें समय रहते हल करने में मदद करेगा।
विशेषज्ञ की सलाह: किसी गैस्ट्रिक सर्जन या पोषण विशेषज्ञ की सलाह लें। उन्हें आपकी स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए और समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने के लिए आपकी सहायता करेंगे।
स्वस्थ आहार: पोषणपूर्ण आहार लें और अपनी आहार योजना में प्रोटीन, फल, सब्जियां, अण्डे, दूध आदि शामिल करें। अपने आहार में प्रकृतिक और न्यूनतम प्रसंस्कृत आहार का उपयोग करें और प्रोसेस्ड और तला हुआ भोजन कम करें।
हाइड्रेशन: पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और शराब और मिठाई जैसी मितव्ययी द्रव्य से बचें। यह आपके शरीर को उचित तरीके से हाइड्रेशन रखेगा और आपकी ऊर्जा स्तर को बनाए रखेगा। दिनभर में पानी की पर्याप्त मात्रा पिएं और आवश्यकता अनुसार इलेक्ट्रोलाइट्स को पूरा करने के लिए या यदि चिकित्सक ने कोई अन्य दिशा-निर्देश दिए हों तो उसका पालन करें।
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विटामिन और खनिजों की कमी: यह चिकित्सा प्रक्रिया खाद्य अवशोषण में कमी करती है, जिससे विटामिन और खनिजों की कमी हो सकती है. इसके परिणामस्वरूप, लोगों को विटामिन बी12, कैल्शियम, आयरन और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की आवश्यकता हो सकती है.
पेट में समस्याएं: कुछ लोगों को पेट में संकुचित आहार संबंधी समस्याएं: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बाद, कुछ लोगों को आहार संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। यह शामिल हो सकता है खाने की अवधि, भोजन की परिमाण, खाद्य पदार्थों की प्राथमिकता आदि के साथ संबंधित मुद्दे।
आंत्र अवरोध: कुछ मामलों में, गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दौरान आंत्र में अवरोध हो सकता है, जिसके कारण आंत्रद्वारा गुजरने वाले भोजन के ट्रैक्ट में दरारें या लीकेज़ हो सकती हैं। यह तत्परता या आंत्रद्वारा संकुचित प्रवाह के कारण हो सकता है।
पाचन संबंधी समस्याएं: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दौरान, पाचन तंत्र में परिवर्तन हो सकता है जो आहार को प्रोसेस करने में समस्या पैदा कर सकता है। यह शामिल हो सकता है पेट में एसिडिटी, अपाचन, पेट दर्द, पेट फूलना, मतली आदि।
संघर्ष और मानसिक समस्याएं: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दौरान, कुछ लोगों को शारीरिक और मानसिक संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है। यहशामिल हो सकता है स्वास्थ्य संबंधी तनाव, दिमागी तनाव, खाद्य निष्पादन के साथ संबंधित अनुभव, अपनी नई शारीरिक और आहार संबंधी मर्यादाओं का सामना करना, वजन की संभाल रखने के दबाव आदि।
सोशल और परिवारिक प्रभाव: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभाव में सोशल और परिवारिक प्रभाव भी शामिल हो सकते हैं। कुछ लोगों को सामाजिक सांघिकता में परेशानी हो सकती है, जैसे कि खाने के अवधि और प्रकार की मर्यादा, सामूहिक खाने में समस्या, खाद्य संबंधित समारोहों में भाग नहीं लेना आदि। इसके अलावा, परिवार और साथी भी समझने में कठिनाई पा सकते हैं और सहायता की आवश्यकता हो सकती है।
संभावित सर्जरी संबंधी समस्याएं: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बावजूद, कुछ मामलों में सर्जरी के दौरान या बाद में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह शामिल हो सकता है इन्फेक्शन, वायरस रोग, अग्निकण्ड, वायु संक्रमण, वायु अतिरिक्तता, पोस्ट सर्जरी कमजोरी, वापसी या पुनर्जन्म संक्रमण, सांद्रता, शस्त्रावश्यकता, अनेक ऑर्गन विफलता आदि। ये सभी समस्याएं संभावित हैं और रोगी को चिकित्सकीय सहायता और धैर्य की आवश्यकता हो सकती है।
इन सभी दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभावों के बावजूद, गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी बहुत समय से वजन घटाने में सक्षम और सफल होती है और अनेक लोगों को उनकी स्वास्थ्य और जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करती है। तथापि, हर मामले में प्रतिक्रियाएँ भिन्न हो सकती हैं और चिकित्सक की सलाह और नियमित फॉलो-अप आवश्यक होते हैं। यदि किसी व्यक्ति को गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी करवाने का विचार है, तो वे एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें और अपने स्वास्थ्य परिस्थितियों और व्यक्तिगत आवश्यकताओं का मूल्यांकन करें।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभाव व्यक्ति से व्यक्ति भिन्न हो सकते हैं और हर किसी को इन प्रभावों का सामना नहीं करना पड़ता है। यह सर्जरी व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थिति, वजन, उम्र, जीवनशैली और अन्य निर्दिष्ट कारकों पर निर्भर करती है। संभावित प्रतिकूल प्रभावों के साथ बचने के लिए इस तरह की सर्जरी कराने से पहले व्यक्ति को अपने चिकित्सक से चर्चा करनी चाहिए। चिकित्सक सही जानकारी, अद्यतित जानकारी और व्यक्तिगत परामर्श के माध्यम से व्यक्ति को इस सर्जरी के संबंध में सही और संघर्षमुक्त निर्णय लेने में मदद करेंगे। इसलिए, गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी का विचार रखने वाले व्यक्ति को विस्तार से जानकारी प्राप्त करना चाहिए और अपने स्वास्थ्य सेतु से अपने चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
इसके अलावा, गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभावों को संभालने के लिए कुछ उपाय भी हो सकते हैं। निम्नलिखित तरीकों के माध्यम से यह प्रभाव कम किए जा सकते हैं:
चिकित्सा और आहार की सलाह: अपने चिकित्सक के निर्देशानुसार नियमित चेकअप करें और आहार के बारे में सलाह लें। आहार में पोषक तत्वों की पूर्ति करने के लिए प्रोटीन, विटामिन, और मिनरल्स जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को शामिल करें।
व्यायाम: नियमित व्यायाम करें और अपने शरीर को सक्रिय रखें। योग, ध्यान, या वायुमंडलिक व्यायाम जैसे आपके लिए उपयुक्त व्यायाम का चयन करें।
स्वस्थ जीवनशैली: नियमित नींद पूरी करें, स्ट्रेस को नियंत्रित करें, नशामुक्त रहें, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। इससे आपका सामान्य स्वास्थ्य मजबूत होगा और प्रतिकूल प्रभावों का सामना करना आसान होगा।
सपोर्ट सिस्टम: परिवार और मित्रों का समर्थन प्राप्त करें। उनका साथ आपको भावनात्मक और मानसिक रूप से समर्थन प्रदान करेगा और आपको प्रतिकूल प्रभावों के सामना करने में मदद करेगा। वे आपके साथ होंगे, आपकी समस्याओं को समझेंगे और आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करेंगे।
समर्थन समूह: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बाद अपने आसपास के समर्थन समूहों में शामिल हों। वहां आपको अन्य लोगों से अनुभव, सलाह और सहयोग प्राप्त हो सकता है, जो इस प्रक्रिया से गुजर चुके हैं या जो उसे अभी भी अपना रहे हैं।
चिकित्सा समर्थन: यदि आप किसी प्रतिकूल प्रभाव का सामना कर रहे हैं, तो अपने चिकित्सक की सलाह लेना महत्वपूर्ण है। वे आपकी समस्या का मूल कारण ढूंढ़ने और आपको सही इलाज या सामरिक व्यवस्थापन प्रदान करने में मदद कर सकते हैं।
यदि आप गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी का विचार कर रहे हैं, तो आपको इन प्रतिकूल प्रभावों के बारे में जागरूक रहना चाहिए। गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी केवल वजन घटाने का एक उपाय है और इस से जुड़े प्रतिकूल प्रभावों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी का असर व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थिति, जीवनशैली और व्यक्तिगत परिस्थितियों पर भी निर्भर करेगा।
गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभाव में से कुछ निम्नलिखित हो सकते हैं:
विटामिन और मिनरल कमी: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बाद, पोषक तत्वों की सामग्री कम हो सकती है, जिसके कारण विटामिन और मिनरल की कमी हो सकती है। इसलिए, आपको नियमित रूप से विटामिन और मिनरल पर्याप्त मात्रा में लेने की आवश्यकता होगी।
आहार प्रतिबंध और उपचार: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बाद, आपको कुछ आहार प्रतिबंध या परिमितियों का पालन करना पड़ सकता है। आपको अपने चिकित्सक द्वारा बताए गए आहार योजना का पालन करना होगा और योग्य उपचार प्राप्त करना होगा।
संशोधित गुट माइक्रोबायोम: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी संशोधित माइक्रोबायोम को प्रभावित कर सकती है। यह संशोधित माइक्रोबायोम आपके पाचन प्रणाली को प्रभावित करके आहार प्रतिश्रेणी, पाचन क्षमता, और मेटाबोलिक स्थिति में बदलाव ला सकता है। इसलिए, आपको अपने चिकित्सक द्वारा संशोधित माइक्रोबायोम को समर्थन करने के लिए सलाह लेनी चाहिए।
पोषण की कमी: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के द्वारा आपके आंतरिक आंतों के कुछ हिस्सों को छोड़ दिया जाता है, जिससे पोषण अवशेषित नहीं होता है। यह आपके शरीर को विभिन्न पोषक तत्वों की कमी का सामना कराता है। इसलिए, आपको पोषणपूर्ण आहार और पोषक उपयोगी तत्वों की सही मात्रा के बारे में जागरूक रहना चाहिए।
पोषण की अवशेषण की आवश्यकता: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बाद, आपको दवाओं की अवशेषण की आवश्यकता हो सकती है। आपके चिकित्सक द्वारा निर्धारित दवाओं को समय-समय पर सही मात्रा में लेना चाहिए।
यदि आप गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी का विचार कर रहे हैं, तो इसके दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभावों को संभालने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:
नियमित चेकअप: गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बाद, नियमित चेकअप अपनाएं और चिकित्सक के साथ सम्पर्क बनाए रखें। यह आपके स्वास्थ्य की निगरानी करेगा और संभावित समस्याओं को पहचानने और उन्हें समय रहते हल करने में मदद करेगा।
विशेषज्ञ की सलाह: किसी गैस्ट्रिक सर्जन या पोषण विशेषज्ञ की सलाह लें। उन्हें आपकी स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए और समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने के लिए आपकी सहायता करेंगे।
स्वस्थ आहार: पोषणपूर्ण आहार लें और अपनी आहार योजना में प्रोटीन, फल, सब्जियां, अण्डे, दूध आदि शामिल करें। अपने आहार में प्रकृतिक और न्यूनतम प्रसंस्कृत आहार का उपयोग करें और प्रोसेस्ड और तला हुआ भोजन कम करें।
हाइड्रेशन: पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और शराब और मिठाई जैसी मितव्ययी द्रव्य से बचें। यह आपके शरीर को उचित तरीके से हाइड्रेशन रखेगा और आपकी ऊर्जा स्तर को बनाए रखेगा। दिनभर में पानी की पर्याप्त मात्रा पिएं और आवश्यकता अनुसार इलेक्ट्रोलाइट्स को पूरा करने के लिए या यदि चिकित्सक ने कोई अन्य दिशा-निर्देश दिए हों तो उसका पालन करें।