समाचार | أخبار | News | Noticias

लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी मरीज को समस्या में वृद्धि कर सकती है।
Thu - November 3, 2016 5:02 am  |  Article Hits:1854  |  A+ | a-
लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी मरीज को समस्या में वृद्धि कर सकती है।
लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी मरीज को समस्या में वृद्धि कर सकती है।
लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी, जिसे छोटी चीर द्वारा हिस्टेरेक्टमी या लैपरोहिस्टेरेक्टमी भी कहा जाता है, एक चिकित्सा प्रक्रिया है जिसमें महिला के गर्भाशय को निकालने के लिए छोटी चीर का उपयोग किया जाता है। यह प्रक्रिया अक्सर गर्भाशय के बेनाइन या मृणाल रोगों, गर्भाशय में संक्रमण, गर्भाशय के फिब्रॉइड्स, या गर्भाशय के कैंसर के उपचार के लिए की जाती है।

लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी के माध्यम से प्रक्रिया को निर्धारित छोटी चीर के माध्यम से निपटाया जाता है। यह प्रक्रिया कम इंवेसिव होती है, क्योंकि छोटे चिराग को केवल छोटे छेदों के माध्यम से डाला जाता है, जो शल्य विदेशी यंत्रों की मदद से किया जाता है। इस प्रक्रिया में, डॉक्टर संक्रामकता और घावों का निरीक्षण करने के लिए एक विशेष विदेशी यंत्र (लैपरोस्कोप) का उपयोग करता है।

हालांकि, कुछ मामलों में, लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी के बाद मरीज को कुछ समस्याएं हो सकती हैं। यह समस्याएं व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकती हैं और इनमें निम्नलिखित शामिल हो सकती हैं:

    दर्द और असुविधा: लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी के बाद, मरीजों को छोटे छेदों में चोट लग सकती है जिससे उन्हें दर्द और असुविधा हो सकती है। यह आमतौर पर सामान्य होती है, लेकिन कुछ मरीजों को अधिक समस्या हो सकती है।

    संक्रमण: किसी भी सर्जरी के बाद, संक्रमण का खतरा होता है। लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी में भी संक्रमण की संभावना होती है। इसलिए, चिकित्सा द्वारा सलाह दी गई दवाओं का समय पर सेवन करना और हाइजीन केयर को बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है।

    रक्तस्राव: लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी के दौरान रक्तस्राव हो सकता है, जो कुछ मरीजों को अधिक मात्रा में हो सकता है। यह सामान्य रूप से सामान्य होता है और समय के साथ स्वयं से ठीक हो जाता है, लेकिन अगर यह असामान्य रूप से लंबे समय तक जारी रहता है, तो चिकित्त्सा से संपर्क करना चाहिए।

    हार्मोनल परिवर्तन: लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी के बाद, महिलाओं के शरीर में हार्मोनल परिवर्तन हो सकता है। इसके कारण गर्भाशय के निकालने के बाद अंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) का स्तर बढ़ सकता है, जिससे योनिमुख में बालों की वृद्धि और अन्य हार्मोनल संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।

    पेट में समस्याएं: लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी के दौरान पेट के आसपास के संरचनाओं में चोट लगने के कारण, कुछ मरीजों को पेट में समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि अत्यधिक गैस और उदररोग।

    सेलिक्स सिंड्रोम: कुछ मामलों में, लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी के बाद मरीज को सेलिक्स सिंड्रोम नामक स्थिति हो सकती है। इसमें निकाले गए गर्भाशय के चेहरे के पास सिलिंड्रिकल संरचनाएं उत्पन्न होती हैं, जो दर्द, बार-बार पेट में लंबे समय तक खींचाव, और पेट में अस्वस्थता का कारण बन सकती हैं।

लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी के बाद, चिकित्सा समय-समय पर मरीज की परामर्श और नियामक परीक्षण करेगा ताकि किसी भी समस्या का समय पर पता चल सके और उचित उपचार या उचित सलाह दी जा सके। अगर मरीज को किसी वजह से असामान्य लक्षण या समस्याएं महसूस हो रही हैं, तो उन्हें तत्पर रहना चाहिए और चिकित्सा पेशेवर से संपर्क करना चाहिए।

लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी एक आमतौर पर सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया है, लेकिन कुछ मरीजों को समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, चिकित्सा द्वारा पूरी तरह से आपकी स्थिति की जांच करना अत्यावश्यक है और आपको संबंधित जानकारी और निर्देशों का पालन करना चाहिए। एक अनुभवी चिकित्सक आपकी समस्याओं का सही निदान करेगा और आपको सही उपाय देगा।इसके अलावा, लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी के बाद महिलाओं के लिए निम्नलिखित तत्वों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण होता है:

    सुखी रहें: आपको अपने आप को पूरी तरह से आराम देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। पूरी तरह से आराम करना, यथासंभव, सामान्य गतिविधियों से दूर रहना और थकान के बाद संशोधन करने की अनुमति देना चाहिए।

    उचित पोषण: आपको अपने आहार में स्वस्थ और पौष्टिक तत्वों को शामिल करना चाहिए। आपको प्रोटीन, फल, सब्जियां, पूरे अनाज, और हाइड्रेशन करने वाले पदार्थों का सेवन करना चाहिए। एक स्वस्थ आहार आपके शरीर को शक्ति और गुणवत्ता के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करेगा।

    संक्रमण से बचाव: संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए हाइजीनिक उपाय अपनाने चाहिए। हाथ धोना, साफ-सफाई का ध्यान रखना और डॉक्टर द्वारा सलाहित दवाओं का समय पर सेवन करना अत्यावश्यक होता है।

    नियमित परामर्श: अपने चिकित्सक के साथ नियमित रते रहना चाहिए। नियमित परामर्श करने से आपके चिकित्सक को आपकी स्थिति का निरीक्षण करने का मौका मिलता है और वे आपको सही दिशा निर्देश और सहायता प्रदान कर सकते हैं। वे आपके सवालों और चिंताओं का समाधान कर सकते हैं और आपको आवश्यक जानकारी और सुझाव दे सकते हैं।

अतिरिक्त उपाय के रूप में, आप अपने चिकित्सक से एक संयुक्त योजना तैयार कर सकते हैं जिसमें व्यायाम, स्वस्थ वजन पर नियंत्रण, और आवश्यक परिवर्तनों को शामिल किया जा सकता है। योग और मेडिटेशन जैसी तकनीकें भी आपको शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकती हैं।

लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी के बाद समस्याओं का सामना करने वाले मरीजों को चिकित्सकीय सहायता और समर्थन की आवश्यकता हो सकती है। अपने परिवार और दोस्तों के साथ भी खुलकर बातचीत करें और उनके समर्थन को प्राप्त करें। आपका मानसिक स्वास्थ्य भी महत्वपूर्ण है, इसलिए आपको स्वस्थ मनोवृत्ति और सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखना चाहिए। अपने मन को स्थिर और शांत रखने के लिए ध्यान देना चाहिए। स्वास्थ्य के मुद्दों के साथ संपर्क में रहकर व्यवस्थित और सकारात्मक रहने का प्रयास करें।

यदि आपको किसी समस्या या उत्पन्न होने वाले लक्षणों का सामना करना पड़ता है, तो अपने चिकित्सक के पास जल्दी से संपर्क करें। वे आपकी समस्या का मूल कारण निर्धारित करेंगे और उचित उपचार या सलाह प्रदान करेंगे।

याद रखें कि हर मरीज की स्थिति अद्यतित हो सकती है और व्यक्ति के अनुसार भिन्न हो सकती है। इसलिए, चिकित्सक की सलाह पर विशेष ध्यान दें और निर्देशों का पालन करें।

लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी के बाद के समय में आपकी देखभाल और अपने चिकित्सक के साथ सचेत रहना आवश्यक है। धीरे-धीरे स्वाभाविक गति से सुधार होगा और आपका स्वास्थ्य स्थिर होगा। इस वक्त में आपके अपने शरीर की सुनने और समझने की क्षमता महत्वपूर्ण है। यदि आपको किसी नई समस्या का सामना करना पड़ता है या कोई अप्रिय लक्षण दिखाई देता है, तो इसे अपने चिकित्सक से साझा करें। वे आपकी समस्या को विश्लेषण करेंगे और आपको सही निदान और उपाय प्रदान करेंगे। उन्हें आपकी स्थिति के बारे में जानकारी देना महत्वपूर्ण है ताकि वे आपको सही और व्यक्तिगत उपचार प्रदान कर सकें।

इस अवधि में आपको स्वास्थ्यपरक आहार और व्यायाम का ध्यान रखना चाहिए। पौष्टिक आहार खाना, पर्याप्त पानी पीना और अपने शरीर को आराम देने के लिए पर्याप्त नींद लेना महत्वपूर्ण है। अपने चिकित्सक के सुझाव के अनुसार उपयुक्त व्यायाम करें और सावधानी बरतें।

आपके आसपास के लोगों से सहायता मांगने में हिचकिचाहट न करें। वे आपकी आवश्यकताओं को समझने और आपकी मदद करने के लिए यहां हैं। आपके परिवार और दोस्त आपका साथ देकर आपको शारीरिक और मानसिक समर्थन प्रदान कर सकते हैं।

अंत में, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपने चिकित्सक्त की सलाह और निर्देशों का पालन करें। आपके चिकित्सक आपकी स्थिति का निरीक्षण करेंगे और उपयुक्त उपचार की सिफारिश करेंगे। आपको उनसे नियमित दौर पर मिलने की आवश्यकता हो सकती है ताकि आपकी प्रगति का मूल्यांकन किया जा सके।

यदि आपको किसी नई समस्या या उत्पन्न होने वाले लक्षणों का सामना करना पड़े, तो जल्दी से अपने चिकित्सक के पास जाएं। वे आपकी समस्या का पता लगाने और आपको उचित उपचार प्रदान करने में सहायता कर सकते हैं।

साथ ही, अपने शरीर की सुनने की क्षमता को महत्वपूर्णता दें। अगर आपको किसी गंभीर समस्या का अनुभव होता है, जैसे लगातार दर्द, खून बहना, या असामान्य लक्षण, तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लें और आवश्यकता अनुसार चिकित्सा सुविधाओं का उपयोग करें।

ध्यान दें कि हर मरीज की स्थिति अद्यतित हो सकती है और उपचार का आधार व्यक्तिगत हो सकता है। आपको अपने चिकित्सक की सलाह और निर्देशों का पालन करना चाहिए और उन्हें अपनी प्रगति की जानकारी देते रहना चाहिए। अगर आपको किसी निर्देश के बारे में संदेह हो या आपको कोई समस्या या परेशानी हो रही हो, तो उसे तुरंत चिकित्सक से साझा करें।

साथ ही, अपने स्वास्थ्य की देखभाल को एक प्राथमिकता बनाए रखना चाहिए। योग, मेडिटेशन और शारीरिक व्यायाम जैसी प्राकृतिक तकनीकों को अपनाने का प्रयास करें। इसके अलावा, अपने आहार में पौष्टिक आहार शामिल करें और स्वस्थ जीवनशैली के साथ अपने शरीर को आराम दें।

अपने मन की देखभाल पर भी ध्यान दें। स्वास्थ्य समस्याओं के साथ संपन्न होने पर आपका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। इसलिए, स्वस्थ मनोवृत्ति बनाए रखने के लिए सक्रिय रहें, मनोरंजन करें, अपने हॉबीज़ का समय निकालें और अपने साथीदारों और परिवार के साथ समय बिताएं।
Top

In case of any news from WLH please contact | RSS

World Laparoscopy Hospital
Cyber City
Gurugram, NCR Delhi, 122002
India

All Enquiries

Tel: +91 124 2351555, +91 9811416838, +91 9811912768, +91 9999677788



Need Help? Chat with us
Click one of our representatives below
Nidhi
Hospital Representative
I'm Online
×