ऑगिलवी सिंड्रोम: विभिन्न प्रकार की सर्जरी के बाद होने वाली तीव्र कोलोनिक प्सेडो-ऑबस्ट्रक्शन
ऑगिलवी सिंड्रोम: विभिन्न प्रकार की सर्जरी के बाद होने वाली तीव्र कोलोनिक प्सेडो-ऑबस्ट्रक्शन
परिचय:
ऑगिलवी सिंड्रोम एक गंभीर स्थिति है जिसमें कोलोन (बड़ी आंत) में तेजी से वृद्धि होती है, जिससे आंत का नाला बंद हो जाता है। इसका एक अन्य नाम 'एक्यूट कोलोनिक प्सेडो-ऑबस्ट्रक्शन' भी है, क्योंकि यह आंत की असली ब्लॉकेज की तरह लगता है, लेकिन वास्तव में यह एक अनैतिक कारण से होता है। यह स्थिति विभिन्न प्रकार की सर्जरी के बाद विकसित हो सकती है, जैसे कि एब्डोमिनल सर्जरी, ऑर्थोपेडिक सर्जरी, गास्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी, या ग्यानेकोलॉजिकल सर्जरी।
ऑगिलवी सिंड्रोम के कारण
ऑगिलवी सिंड्रोम के प्रमुख कारणों में से एक बड़ी सर्जरी की वजह से आंत में नसों के नुकसान का समावेश है। जब नसों के नुकसान होता है, तो आंत की आंतरिक परिस्थितियाँ परिवर्तित हो जाती हैं, जिससे आंत का मोटापन बढ़ जाता है और यह आंत के नाले को बंद करने के लिए कमजोर हो जाता है। इसके अलावा, लंबे समय तक बेड पर रहकर, कुछ खास दवाओं का उपयोग करने या दीर्घकालिक रूप से नसों को दबाने से भी ऑगिलवी सिंड्रोम हो सकता है।
ऑगिलवी सिंड्रोम के लक्षण
ऑगिलवी सिंड्रोम के लक्षण आमतौर पर एक से अधिक होते हैं और यह लक्षण तेजी से बढ़ सकते हैं।
इनमें से कुछ मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं:
तेजी से बढ़ती हुई पेट की गैस
अकारण उल्टी
दर्द या असहनीय अस्वस्थता
पेट में सूजन या भारीपन
दस्त
तेजी से बढ़ती हुई पेट की चिकनाई या सुजान
मुख्य आंत के इन्फ्लेमेशन (पेट की अंदरूनी दीवारों की सूजन)
ऑगिलवी सिंड्रोम का निदान
ऑगिलवी सिंड्रोम का निदान इसके लक्षणों और रोगी का इतिहास जांच करके किया जा सकता है। डॉक्टर आमतौर पर रेंटजन के परीक्षण, स्कैन, या कोलोनोस्कोपी का सुझाव देते हैं। इन परीक्षणों से आंत में वृद्धि और ब्लॉकेज का पता चल सकता है।
ऑगिलवी सिंड्रोम का उपचार
ऑगिलवी सिंड्रोम का उपचार रोगी की स्थिति की गंभीरता पर निर्भर करता है। सामान्यत: यह स्थिति अस्पताल में चिकित्सा परामर्शक द्वारा देखी जाती है। उपचार में निम्नलिखित शामिल हो सकता है:
निवारक उपचार: अस्पताल में रहकर निम्नलिखित किया जा सकता है:
आंत को खाली करने के लिए नसों के नुकसान का सुधारना
इंजेक्शन या दवाओं का उपयोग जो आंत को ठीक कर सकती हैं
तात्कालिक उपचार के लिए एंटीबायोटिक्स
संचालनात्मक उपचार:
स्थिर होने के बाद, डॉक्टर आमतौर पर आहार और दवाओं का सुझाव देते हैं जो आंत को सहायक हो सकती हैं। यह शामिल हो सकता है:
विशेष आहार योजना, जैसे कि लिक्विड या सॉफ्ट खाद्य
विशेष दवाओं का उपयोग, जैसे कि आंत की स्पष्टता बढ़ाने वाली दवाएं
पर्याप्त तरीके से तैयार और पौष्टिक आहार
सावधानियां और पूर्वनिर्देश
ऑगिलवी सिंड्रोम को ठीक करने के लिए सहायक उपायों के बावजूद, यह एक गंभीर स्थिति है और इसे दबाव या अनदेखा न करें। अगर आपको इस स्थिति के लक्षण या संकेत मिलते हैं, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। डॉक्टर की सलाह पर ही उपचार करें और किसी भी उपचार को शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
निष्कर्ष:
ऑगिलवी सिंड्रोम एक गंभीर स्थिति है जो सर्जरी के बाद हो सकती है और इसे स्थायी और चिकित्सात्मक उपायों के साथ ठीक किया जा सकता है। सभी आंत संबंधी समस्याओं के लिए, संवेदनशीलता और धैर्य से इलाज कराना जरूरी है।
परिचय:
ऑगिलवी सिंड्रोम एक गंभीर स्थिति है जिसमें कोलोन (बड़ी आंत) में तेजी से वृद्धि होती है, जिससे आंत का नाला बंद हो जाता है। इसका एक अन्य नाम 'एक्यूट कोलोनिक प्सेडो-ऑबस्ट्रक्शन' भी है, क्योंकि यह आंत की असली ब्लॉकेज की तरह लगता है, लेकिन वास्तव में यह एक अनैतिक कारण से होता है। यह स्थिति विभिन्न प्रकार की सर्जरी के बाद विकसित हो सकती है, जैसे कि एब्डोमिनल सर्जरी, ऑर्थोपेडिक सर्जरी, गास्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी, या ग्यानेकोलॉजिकल सर्जरी।
ऑगिलवी सिंड्रोम के कारण
ऑगिलवी सिंड्रोम के प्रमुख कारणों में से एक बड़ी सर्जरी की वजह से आंत में नसों के नुकसान का समावेश है। जब नसों के नुकसान होता है, तो आंत की आंतरिक परिस्थितियाँ परिवर्तित हो जाती हैं, जिससे आंत का मोटापन बढ़ जाता है और यह आंत के नाले को बंद करने के लिए कमजोर हो जाता है। इसके अलावा, लंबे समय तक बेड पर रहकर, कुछ खास दवाओं का उपयोग करने या दीर्घकालिक रूप से नसों को दबाने से भी ऑगिलवी सिंड्रोम हो सकता है।
ऑगिलवी सिंड्रोम के लक्षण
ऑगिलवी सिंड्रोम के लक्षण आमतौर पर एक से अधिक होते हैं और यह लक्षण तेजी से बढ़ सकते हैं।
इनमें से कुछ मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं:
तेजी से बढ़ती हुई पेट की गैस
अकारण उल्टी
दर्द या असहनीय अस्वस्थता
पेट में सूजन या भारीपन
दस्त
तेजी से बढ़ती हुई पेट की चिकनाई या सुजान
मुख्य आंत के इन्फ्लेमेशन (पेट की अंदरूनी दीवारों की सूजन)
ऑगिलवी सिंड्रोम का निदान
ऑगिलवी सिंड्रोम का निदान इसके लक्षणों और रोगी का इतिहास जांच करके किया जा सकता है। डॉक्टर आमतौर पर रेंटजन के परीक्षण, स्कैन, या कोलोनोस्कोपी का सुझाव देते हैं। इन परीक्षणों से आंत में वृद्धि और ब्लॉकेज का पता चल सकता है।
ऑगिलवी सिंड्रोम का उपचार
ऑगिलवी सिंड्रोम का उपचार रोगी की स्थिति की गंभीरता पर निर्भर करता है। सामान्यत: यह स्थिति अस्पताल में चिकित्सा परामर्शक द्वारा देखी जाती है। उपचार में निम्नलिखित शामिल हो सकता है:
निवारक उपचार: अस्पताल में रहकर निम्नलिखित किया जा सकता है:
आंत को खाली करने के लिए नसों के नुकसान का सुधारना
इंजेक्शन या दवाओं का उपयोग जो आंत को ठीक कर सकती हैं
तात्कालिक उपचार के लिए एंटीबायोटिक्स
संचालनात्मक उपचार:
स्थिर होने के बाद, डॉक्टर आमतौर पर आहार और दवाओं का सुझाव देते हैं जो आंत को सहायक हो सकती हैं। यह शामिल हो सकता है:
विशेष आहार योजना, जैसे कि लिक्विड या सॉफ्ट खाद्य
विशेष दवाओं का उपयोग, जैसे कि आंत की स्पष्टता बढ़ाने वाली दवाएं
पर्याप्त तरीके से तैयार और पौष्टिक आहार
सावधानियां और पूर्वनिर्देश
ऑगिलवी सिंड्रोम को ठीक करने के लिए सहायक उपायों के बावजूद, यह एक गंभीर स्थिति है और इसे दबाव या अनदेखा न करें। अगर आपको इस स्थिति के लक्षण या संकेत मिलते हैं, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। डॉक्टर की सलाह पर ही उपचार करें और किसी भी उपचार को शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
निष्कर्ष:
ऑगिलवी सिंड्रोम एक गंभीर स्थिति है जो सर्जरी के बाद हो सकती है और इसे स्थायी और चिकित्सात्मक उपायों के साथ ठीक किया जा सकता है। सभी आंत संबंधी समस्याओं के लिए, संवेदनशीलता और धैर्य से इलाज कराना जरूरी है।
कोई टिप्पणी पोस्ट नहीं की गई ...
पुराना पोस्ट | मुख्य पृष्ठ | नई पोस्ट |