ब्लॉग | Blog | مدونة او مذكرة | Blog | بلاگ

पित्त का आईस्केमिया-पुनर्वाहन चोट: पित्त को होने वाला क्षति जो पित्त की रक्त पुर्ति को ब्लॉक करने के बाद वापस लौटने पर होती है, जैसे कि पित्त के प्रतिस्थापन या कटा हुआ हिस्सा के बाद
जनरल सर्जरी / Feb 23rd, 2024 4:09 pm     A+ | a-
पित्त का आईस्केमिया-पुनर्वाहन चोट: पित्त को होने वाला क्षति जो पित्त की रक्त पुर्ति को ब्लॉक करने के बाद वापस लौटने पर होती है, जैसे कि पित्त के प्रतिस्थापन या कटा हुआ हिस्सा के बाद

परिचय

पित्त का आईस्केमिया-पुनर्वाहन चोट: पित्त को होने वाला क्षति जो पित्त की रक्त पुर्ति को ब्लॉक करने के बाद वापस लौटने पर होती है, जैसे कि पित्त के प्रतिस्थापन या कटा हुआ हिस्सा के बाद

पित्त का आईस्केमिया-पुनर्वाहन चोट: पित्त को होने वाला क्षति जो पित्त की रक्त पुर्ति को ब्लॉक करने के बाद वापस लौटने पर होती है, जैसे कि पित्त के प्रतिस्थापन या कटा हुआ हिस्सा के बाद

पित्त का आईस्केमिया-पुनर्वाहन चोट एक गंभीर स्थिति है जो शरीर के पित्त को जल्दी से पुनर्वाहित करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। यहां हम इस चिकित्सा स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे, जिसमें हम यह भी देखेंगे कि इसे कैसे पहचाना जा सकता है, इसके कारण, लक्षण, इलाज, और बचाव के उपाय।

पित्त का आईस्केमिया-पुनर्वाहन चोट क्या है?

पित्त का आईस्केमिया-पुनर्वाहन चोट एक स्थिति है जिसमें पित्त के एक हिस्से की रक्त पुर्ति को रोकने से होता है। यह एक गंभीर समस्या है जो पित्त की स्वस्थ पुनर्वाहित क्षमता को प्रभावित कर सकती है और उसके अधिकांश क्षेत्रों को प्रभावित कर सकती है। यह चोट अक्सर व्यक्ति के जीवन को खतरे में डाल सकती है और तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है।

कारण

पित्त का आईस्केमिया-पुनर्वाहन चोट के कई कारण हो सकते हैं, जैसे:

पित्त की रक्त पुर्ति को ब्लॉक करने वाले किसी भी कारण से, जैसे रक्त संचार में बाधा।
पित्त के तंत्र की बीमारियां, जैसे कि पित्त की कोलिटिस या पित्त में संक्रमण।
रक्त संचार में कोई बाधा, जैसे कि अगर किसी कारण से रक्त दुर्गम या ढीला हो जाता है।
तंत्र में कोई बदलाव, जैसे कि कोई घाव या अंदरूनी छेद।

लक्षण

पित्त का आईस्केमिया-पुनर्वाहन चोट के लक्षण व्यक्ति के आवयवों के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:

पेट में दर्द या असहजता।
पेट की तकलीफ या भारीपन।
उल्टी या उल्टी की भावना।
पेट का सूजन या फूलना।
त्वचा का रंग बदलना या सुन्न पड़ना।
भूख की कमी या भूख की भयंकरता।

इलाज

पित्त का आईस्केमिया-पुनर्वाहन चोट का उपचार अक्सर तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है। चिकित्सा देखभाल व्यक्ति की स्थिति की गंभीरता और अन्य कारणों पर निर्भर कर सकता है, जैसे कि उनकी आयु और स्वास्थ्य स्तर।

बचाव

पित्त का आईस्केमिया-पुनर्वाहन चोट से बचाव के लिए कुछ उपाय हैं, जैसे कि स्वस्थ आहार और व्यायाम, धूप में समय बिताना, और धूम्रपान और अत्यधिक पिया पदार्थों से बचना।

निष्कर्ष:

पित्त का आईस्केमिया-पुनर्वाहन चोट एक गंभीर स्थिति है जिसे तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है। इसके लक्षणों को ध्यान से देखना और उसके उपचार के लिए तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना महत्वपूर्ण है।
कोई टिप्पणी पोस्ट नहीं की गई ...
एक टिप्पणी छोड़ें
CAPTCHA Image
Play CAPTCHA Audio
Refresh Image
* - आवश्यक फील्ड्स
पुराना पोस्ट मुख्य पृष्ठ नई पोस्ट
Top

In case of any problem in viewing Hindi Blog please contact | RSS

World Laparoscopy Hospital
Cyber City
Gurugram, NCR Delhi, 122002
India

All Enquiries

Tel: +91 124 2351555, +91 9811416838, +91 9811912768, +91 9999677788



Need Help? Chat with us
Click one of our representatives below
Nidhi
Hospital Representative
I'm Online
×