ब्लॉग | Blog | مدونة او مذكرة | Blog | بلاگ

मायोकार्डियल स्टनिंग: दिल के मांसपेशी की अस्थिरता, जो अक्सर कार्डिएक सर्जरी या इंटरवेंशन के बाद होती है
जनरल सर्जरी / Apr 5th, 2024 8:04 am     A+ | a-
मायोकार्डियल स्टनिंग: दिल के मांसपेशी की अस्थिरता, जो अक्सर कार्डिएक सर्जरी या इंटरवेंशन के बाद होती है

परिचय:

मायोकार्डियल स्टनिंग एक रोग है जिसमें दिल के मांसपेशी की क्षमता में अस्थिरता होती है। यह अक्सर कार्डिएक सर्जरी या इंटरवेंशन के बाद होता है और एक अस्थायी स्थिति हो सकती है। यह लेख मायोकार्डियल स्टनिंग के बारे में विस्तार से चर्चा करेगा, इसके कारण, लक्षण, निदान और उपचार के विषय में।

 मायोकार्डियल स्टनिंग: दिल के मांसपेशी की अस्थिरता, जो अक्सर कार्डिएक सर्जरी या इंटरवेंशन के बाद होती है

मायोकार्डियल स्टनिंग के कारण:

मायोकार्डियल स्टनिंग के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:

कार्डिएक सर्जरी:

जब किसी को दिल की समस्या का इलाज करने के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है, तो कार्डिएक सर्जरी के दौरान मांसपेशियों पर दबाव पड़ सकता है, जिससे मायोकार्डियल स्टनिंग हो सकता है।

कार्डिएक इंटरवेंशन:

कई बार कार्डिएक इंटरवेंशन जैसे कि अंगियोप्लास्टी या स्टेंटिंग के दौरान भी मांसपेशियों पर दबाव पड़ सकता है जिससे मायोकार्डियल स्टनिंग हो सकता है।

दिल की रोगों के कारण:

दिल की रोगों जैसे कि अर्तियोस्क्लेरोसिस या दिल की गर्दन की समस्याएँ भी मायोकार्डियल स्टनिंग का कारण बन सकती हैं।

मायोकार्डियल स्टनिंग के लक्षण:

मायोकार्डियल स्टनिंग के लक्षण व्यक्ति के शारीरिक स्थिति और अन्य कारकों पर निर्भर कर सकते हैं, लेकिन कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:

दिल का दर्द:

यह एक सामान्य लक्षण है जो मायोकार्डियल स्टनिंग के संकेत के रूप में प्रकट हो सकता है।

सांस लेने में कठिनाई:

मायोकार्डियल स्टनिंग के दौरान, सांस लेने में कई व्यक्तियों को कठिनाई हो सकती है।

थकान:

यह भी एक आम लक्षण है जो मायोकार्डियल स्टनिंग के दौरान हो सकता है।

छाती में बहुत ज्यादा दबाव:

मायोकार्डियल स्टनिंग के लक्षणों में छाती में बहुत ज्यादा दबाव भी शामिल हो सकता है।

मायोकार्डियल स्टनिंग का निदान:

मायोकार्डियल स्टनिंग का निदान विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा किया जाता है जो व्यक्ति का इतिहास लेता है, शारीरिक जाँच करता है और पुराने रिकॉर्ड्स की जाँच करता है। कुछ आम तरीके निम्नलिखित हैं:

शारीरिक जाँच:

डॉक्टर आमतौर पर उपयुक्त शारीरिक जाँच करेगा जैसे कि ईसीजी, एकोकार्डियोग्राफी या एमआरआई जैसी जाँचें।

रिकॉर्ड्स की जाँच:

डॉक्टर उपयुक्त रिकॉर्ड्स की जाँच करेगा जैसे कि इतिहास, लैब रिपोर्ट्स, और पुराने चिकित्सा रिकॉर्ड्स।

दिल की गर्दन की जाँच:

कुछ मामलों में, डॉक्टर दिल की गर्दन की जाँच करने के लिए भी कह सकता है, जिससे कि उन्हें मांसपेशियों की अस्थिरता का सटीक कारण पता चल सके।

मायोकार्डियल स्टनिंग का उपचार:

मायोकार्डियल स्टनिंग का उपचार इसके कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है। कुछ उपचार निम्नलिखित हैं:

दवाओं का प्रयोग:

डॉक्टर दवाओं का सुझाव देंगे जो दिल के मांसपेशियों को मजबूत कर सकती हैं और स्टनिंग को कम कर सकती हैं।

सर्जरी:

अगर स्टनिंग गंभीर है तो सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है जैसे कि डिब्रिडमेंट या कार्डिएक बाईपास सर्जरी।

स्थायीता: कुछ मामलों में, स्थायीता की आवश्यकता हो सकती है ताकि शारीरिक संतुलन को बनाए रखा जा सके।

निष्कर्ष:

मायोकार्डियल स्टनिंग एक गंभीर स्थिति है जो दिल के मांसपेशी की क्षमता में अस्थिरता को दर्शाती है। यह अक्सर कार्डिएक सर्जरी या इंटरवेंशन के बाद हो सकता है। इसके कारण, लक्षण, निदान और उपचार को ध्यान में रखते हुए, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि उचित चिकित्सा सहायता ली जाए ताकि स्थिति को ठीक किया जा सके।
कोई टिप्पणी पोस्ट नहीं की गई ...
एक टिप्पणी छोड़ें
CAPTCHA Image
Play CAPTCHA Audio
Refresh Image
* - आवश्यक फील्ड्स
पुराना पोस्ट मुख्य पृष्ठ नई पोस्ट
Top

In case of any problem in viewing Hindi Blog please contact | RSS

World Laparoscopy Hospital
Cyber City
Gurugram, NCR Delhi, 122002
India

All Enquiries

Tel: +91 124 2351555, +91 9811416838, +91 9811912768, +91 9999677788



Need Help? Chat with us
Click one of our representatives below
Nidhi
Hospital Representative
I'm Online
×