सारे पुराने अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों की शुचि
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(थ). लैपरोस्कोपिक सर्जरी द्वारा फन्दोप्लिकेशन का आपरेशन
क्या इस ऑपरेशन के कोई साइड इफ़ेक्ट हैं?
अध्ययनों से पता चला है कि अधिकांश रोगी को जो इस प्रक्रिया से गुजरते हैं उनमे या तो लक्षण से मुक्त हो जाते हैं या उनके GERD लक्षणों में महत्वपूर्ण सुधार दिखाई देता है।
इस प्रक्रिया के लिए लंबी अवधि के दुष्प्रभाव आम तौर पर असामान्य हैं।
• कुछ रोगियों को ऑपरेशन के तुरंत बाद अस्थायी रूप से निगलने में कठिनाई हो सकती है। यह आमतौर पर सर्जरी के बाद एक से तीन महीने के भीतर ठीक हो जाती है।
• कभी कभी, रोगियों को घेघा फैलाने के लिए एक प्रक्रिया (इंडोस्कोपिक फैलाव) एवं शायद ही कभी फिर से ऑपरेशन की आवश्यकता हो सकती है।
• डकार लेने और उल्टी की क्षमता इस प्रक्रिया के बाद सीमित हो सकती है। कुछ रोगियों में पेट की सूजन भी पायी गयी है।
• शायद ही कभी, कुछ रोगियों के लक्षणों में कोई सुधार की रिपोर्ट नहीं मिलती। रिफ्लक्स लक्षण भी प्रक्रिया के बाद कुछ महीनो से कुछ सालों में लौट सकते हैं।
इस प्रक्रिया के लिए लंबी अवधि के दुष्प्रभाव आम तौर पर असामान्य हैं।
• कुछ रोगियों को ऑपरेशन के तुरंत बाद अस्थायी रूप से निगलने में कठिनाई हो सकती है। यह आमतौर पर सर्जरी के बाद एक से तीन महीने के भीतर ठीक हो जाती है।
• कभी कभी, रोगियों को घेघा फैलाने के लिए एक प्रक्रिया (इंडोस्कोपिक फैलाव) एवं शायद ही कभी फिर से ऑपरेशन की आवश्यकता हो सकती है।
• डकार लेने और उल्टी की क्षमता इस प्रक्रिया के बाद सीमित हो सकती है। कुछ रोगियों में पेट की सूजन भी पायी गयी है।
• शायद ही कभी, कुछ रोगियों के लक्षणों में कोई सुधार की रिपोर्ट नहीं मिलती। रिफ्लक्स लक्षण भी प्रक्रिया के बाद कुछ महीनो से कुछ सालों में लौट सकते हैं।