सारे पुराने अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों की शुचि
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(न). लैपरोस्कोपिक सर्जरी द्वारा किडनी के ट्यूमर का आपरेशन
गुर्दे के कैंसर का निदान कैसे किया जाता है?
गुर्दे का कैंसर विभिन्न तरीकों से पता लगाया जा सकता है। उनमे शामिल है:
● मेडिकल हिस्ट्री और शारीरिक परीक्षा: हेल्थ केयर प्रदाता व्यक्ति की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछता है। वह व्यक्ति के गुर्दे के कैंसर के पारिवारिक इतिहास और अन्य स्थितियाँ जो गुर्दे के कैंसर से संबंधित हो सकती है, के बारे में पूछता है। हेल्थ केयर प्रदाता भी एक परीक्षा लेगा।
● मूत्र परीक्षण: इस परीक्षण के लिए मूत्र की एक छोटी मात्रा को एक कंटेनर में एकत्र किया जाता है। फिर इसका रक्त, प्रोटीन, बैक्टीरिया, और कैंसर कोशिकाओं के लिए परीक्षण किया जाता है।
● रक्त परीक्षण: कोई भी रक्त परीक्षण से गुर्दे के कैंसर का निदान नहीं हो सकता। लेकिन एक पूर्ण रक्त गणना (सीबीसी) और रक्त केमिस्ट्री परीक्षा खून में गुर्दे के कैंसर के साथ जुड़े हुए संकेत दिखा सकते हैं।
● इमेजिंग परीक्षण: ये परीक्षण एक व्यक्ति के शरीर के अंदर की तस्वीरें लेने के लिए किये जाते हैं। उनमे सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, इंट्रावीनस पायलोग्राम (आईवीपी), एंजियोग्राफी, और अन्य परीक्षण शामिल हैं।
● बायोप्सी: एक बायोप्सी के दौरान हेल्थ केयर प्रदाता ट्यूमर का एक छोटा सा टुकड़ा हटाता है। एक पैथोलॉजिस्ट एक माइक्रोस्कोप के नीचे इस नमूने को देखता है। गुर्दे के कैंसर के लिए जो बायोप्सी का प्रकार प्रयोग किया जाता है उसे फाइन नीडल ऐस्पिरेशन (FNA) कहा जाता है। लेकिन कई बार बायोप्सी नहीं की जाती है। ज्यादातर मामलों में यदि एक सीटी स्कैन या एमआरआई से गुर्दे के संभावित कैंसर का पता चलता है, तो अधिकतर ट्यूमर या पूरे गुर्दे को निकलने के लिए सर्जरी की जाती है। तब पैथोलोजिस्ट निदान की पुष्टि करने के लिए सर्जरी के दौरान लिए गए टिश्यू की जांच करता है।
● मेडिकल हिस्ट्री और शारीरिक परीक्षा: हेल्थ केयर प्रदाता व्यक्ति की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछता है। वह व्यक्ति के गुर्दे के कैंसर के पारिवारिक इतिहास और अन्य स्थितियाँ जो गुर्दे के कैंसर से संबंधित हो सकती है, के बारे में पूछता है। हेल्थ केयर प्रदाता भी एक परीक्षा लेगा।
● मूत्र परीक्षण: इस परीक्षण के लिए मूत्र की एक छोटी मात्रा को एक कंटेनर में एकत्र किया जाता है। फिर इसका रक्त, प्रोटीन, बैक्टीरिया, और कैंसर कोशिकाओं के लिए परीक्षण किया जाता है।
● रक्त परीक्षण: कोई भी रक्त परीक्षण से गुर्दे के कैंसर का निदान नहीं हो सकता। लेकिन एक पूर्ण रक्त गणना (सीबीसी) और रक्त केमिस्ट्री परीक्षा खून में गुर्दे के कैंसर के साथ जुड़े हुए संकेत दिखा सकते हैं।
● इमेजिंग परीक्षण: ये परीक्षण एक व्यक्ति के शरीर के अंदर की तस्वीरें लेने के लिए किये जाते हैं। उनमे सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, इंट्रावीनस पायलोग्राम (आईवीपी), एंजियोग्राफी, और अन्य परीक्षण शामिल हैं।
● बायोप्सी: एक बायोप्सी के दौरान हेल्थ केयर प्रदाता ट्यूमर का एक छोटा सा टुकड़ा हटाता है। एक पैथोलॉजिस्ट एक माइक्रोस्कोप के नीचे इस नमूने को देखता है। गुर्दे के कैंसर के लिए जो बायोप्सी का प्रकार प्रयोग किया जाता है उसे फाइन नीडल ऐस्पिरेशन (FNA) कहा जाता है। लेकिन कई बार बायोप्सी नहीं की जाती है। ज्यादातर मामलों में यदि एक सीटी स्कैन या एमआरआई से गुर्दे के संभावित कैंसर का पता चलता है, तो अधिकतर ट्यूमर या पूरे गुर्दे को निकलने के लिए सर्जरी की जाती है। तब पैथोलोजिस्ट निदान की पुष्टि करने के लिए सर्जरी के दौरान लिए गए टिश्यू की जांच करता है।