अंडाशय में पुटी (ओवरिअन सिस्ट) क्या है और इसका इलाज कैसे किया जा सकता है?
क्या होती है ओवेरियन सिस्ट-जिस प्रकार गांठ तरल पदार्थ से भरी एक थैलीनुमा आकृति होती है, उसी के समान अंडाशय में विकसित होने वाली गांठ भी तरल से भरी एक थैली होती है जो आपके दोनों में से एक या दोनों अंडाशयों में विकसित होती है। राजमा के आकार में बने आपके दोनों अंडाशय, शरीर के वे अंग होते है जिनमें गर्भाशय में पहुँचने से पूर्व, आपके अंडे संग्रहीत रहते हैं और जिससे उसमें प्रजनन उर्वरता उत्पन्न होती है। ये गर्भाशय की दोनों ओर पेट के नीचे के स्थान पर स्थित होते हैं। महिलाओं के शरीर में ये दोनों अंडाशय, अंडे के साथ एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन नामक हार्मोन की रचना करते हैं।
ओवेरियन सिस्ट अर्थात् अंडाशय में गांठ होने का सरल अर्थ- ओवरी एक तरल पदार्थ से भरी थैली होती है जबकि सिस्ट का मतलब गांठ होता है। जब तक सिस्ट या गांठ एक बड़ा आकार ना ले लें, तब तक अंडाशय में गांठ बनने के कोई विदित लक्षण दिखाई नहीं देते हैं।
ओवरियन सिस्ट के लक्षण-
ओवरियन सिस्ट या अंडाशय में गांठ महिला के षरीर में कुछ हफ्तों से लेकर कई महीनों तक भी बनी रह सकती है और स्वयं ही बढ़ती चली जा सकती है। इस बात की भी अधिकतम संभावना होती है कि शायद आप अपने अंडाशय में उपज रही गांठ से बिल्कुल अवगत नहीं हो। लेकिन कई बार इसके विभिन्न ल़क्षण महिलाओं का शरीर महसूस करता है। ओवरियन सिस्ट के लक्षण निम्नांकित हैः
->कमर का आकार बढ़ना
->पेट अथवा श्रोणि में दर्द
->कम भूख लगना
->पेट में अत्यधिक फुलावट या सूजन
->बार-बार पेशाब आना
->मलाशय या मूत्राशय पर दबाव
->मलत्याग में असहजता व अत्यधिक दर्द
->संभोग के दौरान अधिक दर्द होना
डॉक्टर टॉक की इस एपिसोड में हम चर्चा करते हैं कि एक डिम्बग्रंथि पुटी (ओवरिअन सिस्ट) क्या है, इसके लक्षण क्या हैं और हम इसे लेप्रोस्कोपिक का उपयोग करके कैसे ठीक कर सकते हैं। ओवेरियन सिस्ट के लगभग 10 मामले हर साल भारत में देखे जाते हैं और यह महिला प्रजनन प्रणाली की प्रमुख परेशानियों में से एक है। इसे गर्भनिरोधक गोलियों के जरिए या लैप्रोस्कोपिक सर्जरी द्वारा ठीक किया जा सकता है। यदि इसे ठीक ना किया जाए, तो संभोग के दौरान दर्द या अनियमित मल त्याग कुछ ऐसे लक्षण हैं जो हो सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए https://www.laparoscopyhospital.com/ पर जाएं