इस देश में 2 करोड़ लोगों को पित्त पथरी है, ज्यादातर लोगों को उससे कोई समस्या नहीं होती है। मरीजों को पथरी से जो गंभीर समस्याएं होती हैं, सामान्यतः उनमे लिवर या अग्न्याशय की जटिलताऐं शामिल होती हैं।
पित्ताशय पित्त का एक भंडारण टैंक है। पित्त लिवर में बनता है, पित्ताशय में संग्रहीत होता है, आंत में स्रावित होता है और आपके खाने में मौजूद वसा को आपके शरीर में अवशोषित करने में मदद करता है। पित्ताशय भोजन से उत्तेजित होता है और बदले में पाचन में सहायता करने के लिए अतिरिक्त पित्त पैदा करता है।
1. महिलाओं में, खासकर 20 और 60 साल की उम्र के बीच, पुरुषों की तुलना में पित्त पथरी होने की संभावना ज़्यादा होती है। 2. सामान्यतः, 60 की उम्र से अधिक लोगों (पुरुषों और महिलाओं) में पित्त पथरी होने का खतरा ज़्यादा होता है। 3. जो लोग मोटापे के शिकार हैं उनमे पित्त पथरी होने की संभावना और अधिक होती है। 4. गर्भधारण के कारण अतिरिक्त एस्ट्रोजन, हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी, या गर्भनिरोधक गोलियों से पित्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है, पित्ताशय के खाली होने की गति धीमी हो सकती है और पित्त पथरी उत्पन्न हो सकती है। 5. जिन लोगों में पित्त संक्रमण (जैसे ट्रॉपिक्स में लिवर फ्लूक) होता है उनमे पित्त पथरी विकसित हो सकती है। 6. सिकल सेल एनीमिया (जिसमें रक्त कोशिकाओं के टूटने के कारण बहुत ज्यादा बिलीरूबिन बनता है) जैसे वांशिक रक्त विकारों से ग्रसित लोगों में पिग्मेंट पथरी होने की संभावना अधिक होती है। 7. आहार नियंत्रण करना (तेजी से वजन घटाने के साथ) और कुछ कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाएं भी पित्त पथरी के खतरे को बढ़ा सकती है। 8. रक्त में कोलेस्ट्रॉल की उच्च स्तरीय मात्रा ही पित्त पथरी के बनने का एकमात्र कारण नहीं हो सकता।
खाने के बाद पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द या बेचैनी, अक्सर बीच में या पसलियों के नीचे दाईं ओर, शामिल हैं। कभी कभी दर्द और बेचैनी पीठ में भी महसूस किये जा सकते हैं। कुछ रोगियों को उबकाई या उल्टी होती है, और कुछ रोगियों को खाने के बाद अक्सर एक "गैसीय" अनुभव के साथ केवल अपच महसूस होती है। अधिकांश लक्षण तले हुए या वसायुक्त खाने के बाद बदतर हो जाते हैं, लेकिन कभी कभी किसी भी तरह के भोजन से शुरू हो सकते हैं।
मेरे लिए पित्त पथरी इलाज के क्या विकल्प हैं?
पित्ताशय की लेप्रोस्कोपिक सर्जरी को अब 25 साल पूर्ण हो चुके हैं। इसमें पेट में छोटे चीरों (¼ से ½ इंच) का इस्तेमाल लंबे पतले उपकरणों को उसी तरह की सर्जरी में सक्षम करने के लिए किया जाता है जो 6-12 इंच के चीरों के माध्यम से की जाती रही है। इस तरह की सर्जरी पित्ताशय, अपेंडिक्स, पेट और उदर के अन्य ऑपरेशन के लिए केयर का मानक बन गयी है। पित्ताशय की सर्जरी में 4 छोटे छेद बनाए जाते हैं और पित्ताशय बैली बटन से हटा दिया जाता है।
अधिकांश लोग अपनी पित्ताशय की सर्जरी के बाद लगभग 1 सप्ताह में काम पर लौट सकते हैं और 2 सप्ताह के बाद सामान्य व्यायाम फिर से शुरू कर सकते हैं। चूंकि पित्ताशय वसा के पाचन के लिए महत्वपूर्ण है, सर्जरी के बाद पहले कुछ हफ्तों के लिए कम वसा वाले आहार पर रहना ज़रूरी है। समय के साथ शरीर समायोजित होगा और रोगी जो भी चाहें खा सकते हैं। तब भी, वसायुक्त खाने को को आहार में धीरे-धीरे शामिल किया जाना चाहिए। वसायुक्त खाने को आहार में जल्दी जोड़ने पर रोगियों पेट दर्द, दस्त और पेट में गैस महसूस हो सकती है।
गॉलब्लेडर की पथरी का ऑपरेशन दूरबीन द्वारा ऑपरेशन से होता है और लापरोस्कोपी से इसका ऑपरेशन कराने से निनलिखित लाभ है| 1. कोई दाग नही होता है 2. दर्द नही के बारबर होता है 3. मरीज उसी दिन घर जा सकता है 4. शरीर पर कोई दाग भी नही होता है ये ऑपरेशन कैसे होता है उसका वीडियो नीचे देखें लेप्रोस्कोपी द्वारा किया गया गॉलब्लेडर के पथरी सर्जरी के कई लाभ होते हैं और यही आजकल सर्वोत्तम पढ़ती है|
यदि आप वसा बहुत अधिक मात्रा में खाते हैं जो आपके शरीर से नहीं संभल सकता, तो आपको गैस ऐंठन और डायरिया का अनुभव हो सकता है। यह पित्ताशय की सर्जरी के बाद आम है और समय के साथ ठीक हो जाना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता, तो अपने चिकित्सक से संपर्क करें।